छतरपुर

कर्नल सोफिया कुरैशी: नौगांव में दादा के पास रहकर मां की देखरेख में पाई प्राथमिक शिक्षा, पीएचडी छोडक़र सेना की ज्वॉइन

उनका पालन-पोषण गुजरात के वडोदरा में हुआ, लेकिन उनकी प्रारंभिक शिक्षा बुंदेलखंड के नौगांव कस्बे के जीटीसी स्कूल से हुई, जहां उन्होंने कक्षा 1 से 3 तक अध्ययन किया।

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May 08, 2025
कर्नल सोफिया कुरैशी

कर्नल सोफिया कुरैशी का नाम विशेष चर्चा में है। वह एक ऐसी महिला अधिकारी हैं जिन्होंने अपने साहस, समर्पण और नेतृत्व क्षमता से देशभर में पहचान बनाई है। हालांकि उनका पालन-पोषण गुजरात के वडोदरा में हुआ, लेकिन उनकी प्रारंभिक शिक्षा बुंदेलखंड के नौगांव कस्बे के जीटीसी स्कूल से हुई, जहां उन्होंने कक्षा 1 से 3 तक अध्ययन किया।

वार्ड क्रमांक 12 में घर

नौगांव के बंटी सुलेमान ने पत्रिका से बातचीत में बताया कि कर्नल सोफिया कुरैशी का बचपन नौगांव के जीटीसी स्कूल में बीता, जहां नगर के वार्ड क्रमांक 12 में मौजूद उनके घर पर रहकर उन्होंने कक्षा 1 से लेकर 3 तक की शिक्षा प्राप्त की। उनके पिता ताज मोहम्मद कुरैशी भारतीय सेना में सूबेदार मेजर के पद से सेवानिवृत्त हुए थे और उनकी मां हनिमा बेगम उनके जीवन की प्रेरणा रही हैं। कर्नल सोफिया के दादा मोहम्मद हुसैन नौगांव आर्मी कॉलेज में पदस्थ थे और पिता ताज मोहम्मद भारतीय सेना में पुणे व बड़ोदरा में सेवा दे चुके हैं। वे नौगांव के स्वर्गीय बबलू सुलेमान और बंटी सुलेमान के मामा की बेटी हैं।

अध्यापन करियर को छोड़ते हुए भारतीय सेना ज्वॉइन की

बंटी सुलेमान ने बताया , सोफिया ने बडोदरा की महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी से बीएससी और एमएससी (बायोकैमिस्ट्री) की पढ़ाई पूरी की और असिस्टेंट लेक्चरर के रूप में पढ़ाना शुरू किया। जब उन्हें भारतीय सेना में शॉर्ट सर्विस कमीशन के माध्यम से चयनित होने का अवसर मिला, तो उन्होंने अपनी पीएचडी और अध्यापन करियर को छोड़ते हुए भारतीय सेना को ज्वॉइन करने का फैसला किया। सेना में शॉर्ट सर्विस कमीशन के माध्यम से चयनित होकर 1999 में सिग्नल कोर बड़ोदरा में ज्वॉइन कर ली। वे बबीना में लेफेटिनेंट कर्नल रही और कर्नल बनकर भटिड़ा में पदस्थ हुई।

Published on:
08 May 2025 10:38 am
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