
टेलीग्राम लिंक
आवश्यकता के अनुसार डिजिटल दुनिया जितनी लाभदायक बननी थी, उससे कहीं ज्यादा अब खतरनाक हो गई है। एआई के बाद से लोगों की निजता भंग हो गई है और ऐसे में फायदा उठा रहे हैं तकनीक का गलत इस्तेमाल करने वाले। अभी तक डीपफेक का डर लोगों के जेहन से नहीं निकला था अब ऐसे में कप्लस के इंटीमेट और प्राइवेट मोमेंट्स को बेचा जा रहा है। इसकी पहुंच जिले में भी हो गई है और खजुराहो में दलालों की सक्रियता बढ़ गई है। इसके लिए टेलीग्राम पर लिंक के माध्यम से कप्लस के प्राइवेट वीडियो को बेचा जा रहा है।
टेलीग्राम पर न्यूड वीडियो और फोटो के लिंक को भेजने का चलन बढ़ गया है। इसमें केवल कपल नहीं, बल्कि 14 साल की बच्चियों से लेकर 40 साल तक की महिलाओं की न्यूड फोटो और वीडियो शामिल हैं। खजुराहो में पर्यटन होने से विदेशी सैलानियों की संख्या आती रहती है और ऐसे में देह व्यापार की भी शिकायतें खजुराहो से मिलती रहती हैं। अब ऐसे में वीडियो को चोरी छिपे बनाने के बाद टेलीग्राम पर महज 200 से 300 रुपए में बेचा जा रहा है।
हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो वायरल हुआ था। 19 मिनट्स 34 सेकंड नाम से इस वीडियो को ट्रेंड किया गया था और गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च करने वाला कीवर्ड बना था। यह वीडियो एक बांग्ला कपल से जुड़ा हुआ था। फिलहाल इस वीडियो को सभी प्लेटफॉर्म से हटा दिया गया था। यह वीडियो केवल ट्रेंड होने की वजह से चर्चा में आया था, ऐसे कई वीडियो की भरमार इन दिनों सोशल मीडिया पर मिल रही है। जिसमें कपल के प्राइवेट मोमेंट्स को रिकॉर्ड करके बेचा जा रहा है और जिसकी जानकारी उस कपल को नहीं रहती।
टेलीग्राम में इन दिनों लिंक आने का सिलसिला बढ़ता जा रहा है। लोकेशन के हिसाब से इस पर वहां के लिंक भेजे जा रहे हैं। हाल ही में खजुराहो से इस माह 3 लिंक टेलीग्राम पर भेजी गई जिसमें वो वीडियो शामिल होते हैं जो लोकल स्तर पर रिकॉर्ड किए गए होते हैं। इसमें लोकेशन और आयु सीमा के अनुसार पैसे लिंक पर भेजे जाते हैं।
टेलीग्राम में भेजने वाले की जानकारी पुख्ता नहीं होती न कोई पहचान होती है। लिंक के माध्यम से ही आपको ज्वाइन होने कहा जाता है और जब आप एक बार ज्वाइन हो जाते तो लिंक के साथ क्यूआर कोड पर पेमेंट करनी होती है। इसमें वो वीडियो भी शामिल होते हैं जो सोशल प्लेटफ़ॉर्म से रिमूव किए जा चुके हैं।
थर्ड पार्टी एप को परमिशन न दें: जब भी कोई यूजर किसी थर्ड पार्टी एप को इंस्टॉल करता है तो वह बिना पढ़े ही परमिशन एलाऊ कर देता है। यहीं से खतरा शुरू होता है । कोई एप गैलरी, कैमरा, माइक्रोफोन, फाइल स्टोरेज के बिना भी परमिशन मांग रहा है तो वह आपका डेटा सर्वर को भेज रहा है।
मोबाइल सुधरवाने दें तो स्टोरेज फाइल लॉक करें : मोबाइल को सुधरवाने के लिए दुकान या सर्विस सेंटर पर देते हैं तो फोन लॉक करके ही दें। एप को लॉक ही रखें। फोटो, वीडियो और डॉक्युमेंट पहले ही हटा दें। कई मामलों में देखा गया है कि रिपेयर फोन के स्टोरेज में दखल करने लगे हैं।
डिलीट के बाद भी खतरा : वीडियो डिलीट करने से खतरा टलने वाला नहीं है। थर्ड पार्टी एप को परमिशन देने के बाद आपका डेटा दूसरे सर्वर को भेजा जाता है। ऐसे रिकॉर्ड के समय ही आपका वीडियो या फोटोज सेंड होने लगता है। इसलिए परमिशन देते समय सावधानी रखें।
Published on:
22 Dec 2025 10:43 am
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