छतरपुर

339 गांवों में नल जल योजना के लिए खोदी गई सडक़ें, नहीं किया रेस्टोरेशन, बदहाल सडक़ों से ग्रामीण परेशान

अधूरी सडक़ें और ठेकेदार की लापरवाही ग्रामीणों के लिए बड़ी समस्या बन गई है। जिले के 194 गांवों में सडक़ें अब भी दलदल और कीचड़ में बदल चुकी हैं।

2 min read
Oct 03, 2025
पाइप लाइन डालने के बाद बिना रेस्टोरेशन छूटी सडक़

जल जीवन मिशन के तहत नल जल योजना के अंतर्गत जिले के 339 गांवों में पाइप लाइन बिछाने के लिए कुल 304.71 किमी सीसी सडक़ों की खुदाई की गई थी। हालांकि, दो साल बाद भी केवल 128.86 किमी सडक़ें ही मरम्मत हो पाई हैं, जबकि 175.84 किमी लंबी सडक़ों का रेस्टोरेशन अधूरा है। अधूरी सडक़ों पर बारिश के पानी और कीचड़ के कारण आवागमन मुश्किल हो गया है। ग्रामीणों ने बार-बार शिकायत करने के बावजूद कार्य में कोई सुधार नहीं देखा।

ठेकेदार की लापरवाही और ग्रामीणों की परेशानी

गौरिहार जनपद क्षेत्र की टिकरी पंचायत में बीते डेढ़ साल से पाइपलाइन बिछाने का कार्य अधूरा है। ठेकेदार ने सडक़ों की खुदाई तो कर दी, लेकिन पाइप लाइन को जमीन में दबाया नहीं, जिससे पाइप क्षतिग्रस्त हो रही हैं। खोदी गई सडक़ों में पानी भरने से दलदल बन गया है, कई स्थानों पर कीचड़ सूखने के बाद घास और पौधे उग आए हैं। सौरा गांव के ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि ठेकेदार मनमाने तरीके से पाइप लाइन बिछा रहा है। अधिकारियों के निरीक्षण और निर्देश के बावजूद ठेकेदार द्वारा सडक़ों के गड्डों को समय रहते भरा नहीं जा रहा है। नतीजतन, गांव की मुख्य सडक़ों पर दो और चार पहिया वाहन फंस रहे हैं, और आवागमन प्रभावित हो रहा है।

महाराजपुर क्षेत्र और मजगुवां गांव में हालात

मजगुवां गांव की सडक़ों पर कीचड़ और पानी के जमा होने से लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है। मच्छरों का प्रकोप बढ़ा है। ग्रामीण हिसाबी लाल पटेल, मुन्नीलाल सेन, मुन्नालाल कुशवाहा ने बताया कि 15 माह पहले हर घर नलजल कनेक्शन कर दिए गए, लेकिन सीसी रोड की मरम्मत अब तक नहीं कराई गई। टंकी निर्माण शुरू हुआ, लेकिन सडक़ें अब भी बदहाल हैं।

जिम्मेदार अधिकारी और बैठक के निर्देश

25 अगस्त को हुई बैठक में कलेक्टर ने जल निगम महाप्रबंधक को निर्देश दिए थे कि बारिश में उखड़ी सडक़ों की मरम्मत कराई जाए। लेकिन अब तक कहीं भी ठेकेदार ने काम शुरू नहीं किया। छतरपुर जिले में नल जल योजना का लक्ष्य हर घर पानी पहुंचाना है, लेकिन अधूरी सडक़ें और ठेकेदार की लापरवाही ग्रामीणों के लिए बड़ी समस्या बन गई है। जिले के 194 गांवों में सडक़ें अब भी दलदल और कीचड़ में बदल चुकी हैं। ग्रामीण आवागमन और सुरक्षा दोनों के लिए परेशान हैं। ठेकेदारों और अधिकारियों की सक्रिय निगरानी के बावजूद सडक़ों का रेस्टोरेशन अभी अधूरा है।

जल जीवन मिशन का पक्ष

एलएल तिवारी जीएम जल जीवन मिशन का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में काम अभी जारी है। जहां पानी की सप्लाई शुरू हो रही है, वहां रेस्टोरेशन का काम किया जा रहा है। काम बड़ा है इसलिए समय अधिक लग रहा है। काम खत्म होने से पहले सभी सडक़ों की मरम्मत कराई जाएगी।

Published on:
03 Oct 2025 10:41 am
Also Read
View All

अगली खबर