शहर के में बन रहे सांदीपनि स्कूल प्रोजेक्ट ने शिक्षा के क्षेत्र में नई उम्मीद जगाई है, लेकिन निर्माण कार्य में हुई देरी और अधूरी सुविधाएं छात्रों और अभिभावकों के लिए चिंता का विषय बनी हुई हैं।
शहर के में बन रहे सांदीपनि स्कूल प्रोजेक्ट ने शिक्षा के क्षेत्र में नई उम्मीद जगाई है, लेकिन निर्माण कार्य में हुई देरी और अधूरी सुविधाएं छात्रों और अभिभावकों के लिए चिंता का विषय बनी हुई हैं। यह प्रोजेक्ट मध्य प्रदेश पब्लिक बिल्डिंग्स डवलपमेंट कारपोरेशन (एमपीबीडीसी) द्वारा संचालित किया जा रहा है और इसे 2100 छात्रों के आवासीय और शैक्षणिक आवश्यकताओं के अनुसार तैयार किया जा रहा है।
स्कूल परिसर में तीन बड़े ब्लॉक बनाए गए हैं, जिनमें आधुनिक कक्षाएं, विज्ञान और कंप्यूटर प्रयोगशालाएं, पुस्तकालय और प्रशासनिक विभागों की सुविधाएं मौजूद हैं। सुरक्षा और व्यवस्थित वातावरण सुनिश्चित करने के लिए बाउंड्रीवॉल का निर्माण भी किया जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार, प्रत्येक ब्लॉक को छात्रों की सुविधा और आधुनिक शिक्षा मानकों के अनुरूप डिजाइन किया गया है।
प्रारंभिक योजना के अनुसार स्कूल जून 2025 तक तैयार हो जाना था, लेकिन प्रोजेक्ट अब लगभग एक साल लेट हो चुका है। तीनों मुख्य ब्लॉक तैयार हो चुके हैं और इनमें कक्षाओं का संचालन शुरू हो गया है। हालांकि, खेल परिसर और पीछे की बाउंड्रीवॉल सहित कुछ अन्य निर्माण कार्य अभी भी अधूरे हैं।
प्रोजेक्ट में देरी का मुख्य कारण ठेकेदार द्वारा समय पर निर्माण कार्य शुरू न करना बताया गया है। इसके अलावा एमपीबीडीसी ने डिजाइन में बदलाव किए ताकि छात्रों को आधुनिक सुविधाएं और बेहतर सीखने का वातावरण प्रदान किया जा सके। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि शेष निर्माण कार्य जल्द पूरा कर लिया जाएगा और खेल परिसर व बाउंड्रीवॉल भी जल्दी तैयार होंगे।
स्थानीय अभिभावक और निवासी स्कूल निर्माण की गति और देरी से चिंतित हैं। उनका कहना है कि तीनों ब्लॉक तैयार होने से पढ़ाई शुरू हो गई है, लेकिन खेल परिसर और बाउंड्रीवॉल अधूरा होना चिंता का विषय है। इसके साथ ही छात्रों के लिए बसों की सुविधा अभी उपलब्ध नहीं है, जिससे आने-जाने में दिक्कत हो रही है। अभिभावकों ने अधिकारियों से अनुरोध किया है कि बाकी निर्माण कार्य को प्राथमिकता के आधार पर जल्द पूरा किया जाए, ताकि छात्र पूरी सुविधाओं के साथ शिक्षा प्राप्त कर सकें।
अधिकारियों के अनुसार, स्कूल पूरी तरह तैयार होने के बाद यह वार्ड-17 का प्रमुख शैक्षणिक केंद्र बन जाएगा। खेल परिसर, विज्ञान प्रयोगशालाएं और पुस्तकालय छात्रों को समग्र शिक्षा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। साथ ही परिसर में आधुनिक तकनीक और सुरक्षा मानकों का ध्यान रखा जाएगा।