विनीत तिवारी पिता रामकुमार तिवारी 4 सितंबर 2008 को हरदयाल स्कूल में पढ़ाई के दौरान बिना बताए घर से निकल गया था। उस समय उसकी उम्र मात्र 14 वर्ष थी।
जिले में ऑपरेशन मुस्कान एक बार फिर मानवता की मिसाल बना। थाना हरपालपुर पुलिस ने 17 साल से लापता युवक विनीत तिवारी को पंजाब के लुधियाना से सकुशल बरामद कर परिजनों से मिलाया। अपने एकलौते बेटे को सामने देखकर बुज़ुर्ग माता–पिता भावुक हो गए और उनकी आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े।
थाना प्रभारी संजय राय ने बताया कि विनीत तिवारी पिता रामकुमार तिवारी 4 सितंबर 2008 को हरदयाल स्कूल में पढ़ाई के दौरान बिना बताए घर से निकल गया था। उस समय उसकी उम्र मात्र 14 वर्ष थी। परिवार की शिकायत पर थाना हरपालपुर में गुम इंसान क्रमांक 163/14 तथा धारा 363 भादवि का प्रकरण दर्ज किया गया था। पुलिस और परिजन वर्षों तक उसकी खोज करते रहे, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।
एसपी अगम जैन के कार्यकाल में चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत पुराने मामलों की समीक्षा के दौरान इस मामले पर नजर पड़ी। साइबर सेल व सोशल मीडिया विश्लेषण के माध्यम से एक प्रोफाइल मिली, जो विनीत से मिलती-जुलती थी। जब और पड़ताल की गई तो पता चला कि विनीत डुगरी जिला लुधियाना (पंजाब) में रहकर काम कर रहा है। पुलिस टीम तुरंत पंजाब रवाना हुई और युवक को दस्तयाब किया। इस दौरान पता चला कि विनीत ने वहीं शादी कर ली है और उसका एक पुत्र भी है।
लुधियाना से हरपालपुर पहुंचते ही विनीत को देखते ही परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई। माता-पिता गले लगकर रो पड़े। 17 साल बाद एकलौते बेटे का वापस आना पूरे गांव के लिए भी भावुक क्षण बन गया।एसपी ने घोषित किया 10000 रुपए का इनामजिला पुलिस अधीक्षक अगम जैन ने इस महत्वपूर्ण सफलता पर पूरी टीम की सराहना करते हुए 10000 रुपए इनाम की घोषणा की। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी संजय राय, एसआई राजेंद्र बागरी, आरक्षक अवधेश और साइबर सेल की टीम की विशेष भूमिका रही।