- अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक वोटिंग का रहा है रेकॉर्ड - प्रशासन वैकल्पिक इंतजाम में जुटा
Amarawara assembly by-election की मतदान तिथि 10 जुलाई को संभावित बारिश वोटिंग की रफ्तार को ब्रेक कर सकती है। कहीं नदी-नाले मतदाताओं को पैरों को थाम सकते हैं, तो कहीं कीचड़ से सनी सडक़-पगडंडी उन्हें घर में रहने को विवश कर सकती है। इसे देखते हुए प्रशासन बारिश से निपटने के इंतजाम में जुटा हुआ है। इस विधानसभा क्षेत्र को देखा जाए तो 3.58 लाख आबादी में वोटर्स 2.56 लाख है। मतदान केन्द्रों की संख्या 332 है। इसकी सीमाएं नरसिंहपुर, सिवनी जिले के अलावा छिंदवाड़ा, चौरई, परासिया विधानसभा क्षेत्र से लगती है। पूर्व-पश्चिम, उत्तर, दक्षिण दिशा में गांवों की सीमाएं 100 से 150 किमी वर्ग में हैं। इन गांवों में पेंच, शक्कर, हरद नदी समेत सैकड़ों छोटे नदी-नाले हैं। बारिश में ये सभी ओवरफ्लो रहते हैं। ग्रामीणों का रास्ता रोक लेते हैं। इसके अलावा सैकड़ों गांवों में कच्ची सडक़ और पगडंडी है। बारिश में कीचड़ से सन जाती है। जिस पर आवागमन करना मुश्किल हो जाता है। विधानसभा उपचुनाव बारिश के समय में हो रहे हैं। जिले में मानसून प्रवेश कर चुका है। झमाझम बारिश हो रही है। अमरवाड़ा और हर्रई तहसील के गांवों को मिलाकर 250 मिमी बारिश हो चुकी हैं। यह सिलसिला जुलाई में जारी रहेगा। ऐसे मौसम में मतदान कराना प्रशासन के लिए चुनौती भरा होगा।
पिछले विधानसभा चुनाव 2023 में सर्वाधिक वोटिंग 89.07 अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में हुई थी। लोकसभा चुनाव में अमरवाड़ा का वोट प्रतिशत 82.70 रहा। यहां के मतदाताओं का जागरूकता का रेकॉर्ड हर चुनाव में रहा है। जिनके बल पर प्रशासन हमेशा निर्वाचन आयोग से सम्मानित होता आया है। इस बार बारिश में चुनाव मतदाताओं की परीक्षा ले रहा है। देखना होगा कि उपचुनाव में वोटिंग प्रतिशत कितना जा सकता है।
मतदान तिथि 10 जुलाई को बारिश की संभावना को देखते हुए हर मतदान केंद्र पर वाटर प्रूफ टैंट लगाए जा रहे हैं। जहां नदी-नाले बाधक हैं, वहां दोनों किनारों पर मोटर बोट और ट्रैक्टर तैनात रहेंगे। कुछ मतदान केन्द्रों की बिल्डिंग की छत को रिपेयर कराया गया है। प्रशासन अधिक वोटिंग के लिए शेष व्यवस्थाओं को पूरा कराने में जुटा हुआ है।
-शीलेन्द्र सिंह, कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी