वन परिक्षेत्र परासिया के भोकई बीट का मामला
वन परिक्षेत्र परासिया के भोकई बीट में बुधवार को तेंदुआ के हमले में उरधन निवासी 45 वर्षीय महिला चंपी बाई की मौत हो गई। शव पर दिखे घाव से इसकी पुष्टि हुई है। महिला घटना के दौरान खेत पर काम कर रही थी।चंपीबाई के पति रामनारायण ने बताया कि पत्नी जब खेत से घर नहीं लौटी, तो वह ढूंढने के लिए खेत गया। वहां पत्नी का शव मिला। ग्रामीणों ने रात 10 बजे वन परिक्षेत्राधिकारी एवं शिवपुरी पुलिस थाने में इसकी सूचना दी। इस पर वन विभाग की अधिकारी अलका भूरिया और थाना प्रभारी श्रद्धा राजपूत स्टाफ के साथ घटनास्थल पर पहुंचीं। महिला का शव औंधा पड़ा हुआ था। शव के सिर एवं चेहरे पर घाव पाए गए। विभाग के कर्मचारियों ने पंचनामा बनाकर रात 12 बजे शव को सिविल अस्पताल परासिया भेजा।
इधर वन विभाग ने गश्ती दल का गठन किया गया है जो वन क्षेत्र में तेंदुए की मूवमेंट पर निगरानी रख रहा है। घटनास्थल के आसपास के ग्रामों में मुनादी कराकर लोगों को सतर्कता बरतने को कहा गया है। रात में अकेले घर से बाहर नहीं निकलने तथा वन क्षेत्र में नहीं जाने की समझाइश दी गई है। गौरतलब है कि चार दिन पहले 12 जुलाई की रात को ग्राम जमुनिया पठार में तेंदुआ ने एक बकरे का शिकार किया था। इन घटनाओं से गांवों में दहशत का माहौल है। वन परिक्षेत्र परासिया में 22 बीट हंै, जहां पर 30 तेंदुओं की गतिविधि है।
वन विभाग नेअंत्येष्टि के लिए मृतिका के परिजन को पांच हजार रुपए दिए। वन विभाग के कर्मचारी वन्य प्राणी के हमले को लेकर साक्ष्य जुटाने में लगे गए हैं। वन विभाग अधिकारी ने बताया कि घाव देखने पर तेंदुए के हमला करने की पुष्टि हुई है। लेकिन तेंदुए ने शव को खाया नहीं है। शव पगडंडी पर था, उसे खींचकर तेंदुआ झाड़ी में भी नहीं ले गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही महिला की मौत का खुलासा होगा। इधर, वन्य प्राणी के हमले को लेकर आठ लाख की मुआवजा राशि का प्रकरण बनाया जाएगा।