विद्यालय तो काफी सुव्यवस्थित बन चुका है, लेकिन पहुंच मार्ग की हालत खराब है
सीएम राइज स्कूल गुरैया को अपग्रेड किया जा रहा है। करीब 12 एकड़ से अधिक भूमि पर करोड़ों रुपए की लागत से नया भवन बनकर तैयार हो चुका है। प्रवेश के लिए शेड्यूल भी जारी हो चुका है। करीब 11 सौ विद्यार्थी पूर्व से ही अध्ययनरत हैं। नए सत्र में एक हजार से अधिक विद्यार्थियों का प्रवेश हो सकता है। ऐसे में 2000 से अधिक विद्यार्थी स्कूल पहुंचने के लिए जिन मार्गों का प्रयोग करेंगे, वह काफी जर्जर हैं। खास तौर पर बारिश के दौरान इन मार्गों से आवागमन बेहद कठिन होगा। सीएम राइज स्कूल मुख्य रूप से चार मार्गों की पहुंच में है। इनमें से तीन मार्ग आधे-अधूरे एवं उखड़ चुके हैं। एक सडक़ गुरैया ग्राम पंचायत से जोड़ती है, केवल उसी सडक़ को पीडब्ल्यूडी ने बनाया है।
सीएम राइज स्कूल गुरैया का चयन 12 एकड़ से अधिक भूमि की उपलब्धता के कारण हुआ, लेकिन यहां न तो सडक़ है और न ही स्कूल तक परिवहन की सुविधा। छात्रों को अपने ही साधनों से अथवा पैदल ही आवागमन करना होगा। विद्यालय तो काफी सुव्यवस्थित बन चुका है, लेकिन पहुंच मार्ग की हालत खराब है। कलेक्टे्रट निवास के सामने से गुरैया ढाना तक जाने वाली सडक़ तो काफी अच्छी है, लेकिन गुरैया ढाना से स्कूल जाने वाली सडक़ खस्ताहाल है। इसी तरह एक अन्य सडक़ जिसे निजी बताया जा रहा है, वह भी काफी खराब है। उक्त तीनों सडक़ों को आधा-आधा किमी सुधार की जरूरत है।
पिछले साल निगम के वार्ड 48 में परासिया रोड, परतला की ओर से करीब दो किमी की सडक़ गुरैया सीएम राइज स्कूल तक बनाई जा रही थी। दोनों छोर से तो सडक़ बना दी गई, लेकिन बीच में आधा किमी सडक़ नहीं बनाई। इसके अलावा एक पुलिया भी काफी जर्जर है। यह सडक़ मार्ग दिन में तो सुगम है, शाम ढलते ही अंधेरे में आवागमन और दुष्कर हो जाता है।
भवन विकास निगम के माध्यम से सीएम राइज स्कूल गुरैया का नया भवन बन चुका है। चार पहुंच मार्ग में से एक पोआमा की ओर से गुरैया होकर आता है, केवल वहीं मार्ग ठीक है। एक अन्य मार्ग परतला से स्कूल तक बना है। परतला की ओर से बीच में आधा किमी सिर्फ गिट्टी डालकर छोड़ दिया गया। अन्य दो मार्गों की सडक़ उखड़ चुकी है।
- एएच खान, प्राचार्य सीएम राइज स्कूल गुरैया