छिंदवाड़ा

परिवहन और प्रदूषण नियंत्रण विभाग के बीच उलझा पीयूसी सेंटर मामला

आवेदन पर प्रक्रिया ठंडे बस्ते में, सभी पेट्रोल पंपों पर है खुलना

2 min read

वायु प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण वाहनों से निकलने वाला धुआं है। इस पर नियंत्रण के लिए प्रत्येक वाहन की जांच पीयूसी सेंटर (प्रदूषण जांच केंद्र) में करानी अनिवार्य है। जांच के बाद प्रमाणपत्र जारी किया जाता है। लेकिन, वर्तमान में इन पीयूसी सेंटर को लेकर लापरवाही बरती जा रही है। शासन के निर्देश पर प्रत्येक पेट्रोल पंपों पर यह पीयूसी सेंटर अनिवार्य रूप से खोले जाने हैं, लेकिन वह अब तक नहीं खुल पाए हैं। परिवहन विभाग से अनुमति व प्रदूषण नियंत्रण की मॉनिटरिंग के अभाव ये सेंटर चालू नहीं हो पा रहे है। यह कहा जा सकता है कि दोनों विभागों के बीच ही मामला उलझ गया है।

पेट्रोल पंपों पर पीयूसी सेंटर खोले जाने का नोटिफिकेशन जारी होने के कई वर्ष बीत जाने के बाद भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। कुछ ही पेट्रोल पंप संचालकों ने जिला परिवहन विभाग से आवेदन कर अनुमति मांगी है, लेकिन पीयूसी सेंटर की मशीनरी अब तक नहीं स्थापित हो पाई है। हालांकि कोई भी विभाग इस ओर गम्भीरता से ध्यान नहीं दे रहा है।

बगैर जांच शहर में मिल रहे प्रमाण पत्र

शहर में परासिया मार्ग पर पुराने आरटीओ कार्यालय के समीप बिना मशीन जांच के प्रमाण पत्र जारी कर देते हैं। गाड़ी नंबर बताने पर वह पीयूसी प्रमाण पत्र मिल जाता है। यह कार्य पूर्व से लगातार चल रहा है। आरटीओ कार्यालय में भी परमिट व फिटनेस में लगने वाले पीयूसी प्रमाण पत्र तत्काल फर्जी तरीके से बन जाते हैं। कार्यालय में ही एजेंट सक्रिय हैं, जो तत्काल पीयूसी सर्टिफिकेट दे देते हैं।

अन्य प्रदेश में सख्ती, इसलिए यहां बनवा लेते हैं प्रमाणपत्र

महाराष्ट्र में वाहनों की जांच नियमित और अनिवार्य रूप से की जाती है। जिले के वाहन चालक महाराष्ट्र जाने से पहले पीयूसी प्रमाण पत्र हासिल कर लेते हैं। इससे वे जुर्माने की कार्रवाई से बच जाते हंै। जिले में ऐसी सख्ती देखने को नहीं मिलती है। इसी वजह से लोग पीयूसी को लेकर गंभीरता नहीं बरतते हैं। प्रदूषण विभाग को परिवहन विभाग ने पूर्व में पत्र लिखा था कि अनुमति दी जा रही है, तो पेट्रोल पंपों पर जांच कर इन्हें शुरू करवाएं, लेकिन विभाग ध्यान नहीं दे रहा है।

अनुमति दी जा रही

जिन पेट्रोल पंप संचालकों ने पीयूसी सेंटरों को लेकर अनुमति मांगी थी, उन्हें पूर्व में अनुमति दी गई। वर्तमान में जो भी आवेदन कर रहा है, उसे अनुमति दी जा रही है। कई पेट्रोल पंपों पर पीयूसी सेंटर बनाए गए हैं।
अनुराग शुक्ला, एआरटीओ, छिंदवाड़ा

Published on:
03 May 2025 07:52 pm
Also Read
View All

अगली खबर