शहर में सीवर लाइन बिछाई के बाद सडक़ की मरम्मत ठीक ढंग से निर्माण एजेंसी कर देती तो गुलाबरा के पार्षद संदीप चौहान को जल सत्याग्रह नहीं करना पड़ता। इसके अलावा न गड्ढे होते और ना ही राहगीर व वाहन चालक को आवाज उठाना पड़ता। गुलाबरा में उधड़ी सडक़ हो या फिर अनगढ़ हनुमान मंदिर के सामने या फिर सीएस कॉम्प्लेक्स में गड्ढे से आक्रोश का अंदाजा लगाया जा सकता है।
शहर में सीवर लाइन बिछाई के बाद सडक़ की मरम्मत ठीक ढंग से निर्माण एजेंसी कर देती तो गुलाबरा के पार्षद संदीप चौहान को जल सत्याग्रह नहीं करना पड़ता। इसके अलावा न गड्ढे होते और ना ही राहगीर व वाहन चालक को आवाज उठाना पड़ता। गुलाबरा में उधड़ी सडक़ हो या फिर अनगढ़ हनुमान मंदिर के सामने या फिर सीएस कॉम्प्लेक्स में गड्ढे से आक्रोश का अंदाजा लगाया जा सकता है।
लोग नगर निगम से पर्याप्त मरम्मत की मांग ही कर रहे हैं। जैसा मार्ग पहले था,लोग वैसा ही उसे देखना चाह रहे हैं। जल्दबाजी में निर्माण एजेंसी रेस्टारेशन में लापरवाही कर रही है। शिकायतों में भी अलग-अलग वार्ड में सीवर लाइन की सडक़ मरम्मत का मुद्दा उठाया गया था। बारिश होने पर हालात बिगड़ गए है। इसके कारण ही शिकायतों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है।
सीएम हेल्पलाइन में सीवर लाइन की बढ़ती शिकायत को देखते हुए नगर निगम और सीवर लाइन परियोजना प्रबंधक द्वारा सीवर लाइन में नए कार्य रोक दिए गए हैं। पहले सडक़ मरम्मत की शिकायतों का निपटारा किया जाएगा। करीब एक किमी एरिया में रेस्टोरेशन शेष रह गया है। नगर निगम आयुक्त इच्छित गढ़पाले ने एजेंसी को सख्त निर्देश जारी किए है। उन्होंने इंजीनियरों को भी जनशिकायतों का निपटारा करने को कहा है।
सीवर लाइन जुड़़े अधिकारी कह रहे है कि सीवर लाइन में सडक़ मरम्मत के लिए तकनीकी रूप से 15 दिन का समय चाहिए। जबकि एक साल से ज्यादा का समय हो चुका है, निर्माण एजेंसी ने पर्याप्त रूप से रेस्टोरेशन नहीं किया है। यह देखने में आ रहा है कि जैसे ही सीवर लाइन की पाइप और चैम्बर का काम होता है, वैसे ही स्थानीय जनता तुरंत मरम्मत का दबाव बनाने लगती है। इससे पर्याप्त मरम्मत न होने की शिकायत बढ़ रही है। यह काम एक चुनौती बन गया है।
लाइन कंपनी जहां-तहां बड़े-बड़े गड्ढे करके छोड़ रही है। समाजसेवी दयानंद चौरसिया ने स्थानीय दीनदयाल पार्क के सामने और अनगढ़ हनुमान मंदिर के सामने रोड में हुए गड्ढों को भरा। उनका संकल्प है कि आगे भी लोगों को बारिश से राहत दिलवाने एवं प्रतिदिन हो रही दुर्घटनाओं पर रोक लगाने यह कार्य निरंतर जारी रखा जाएगा । इससे रोड पर होने वाली दुर्घटनाओं से कुछ हद तक राहत मिलेगी।
जहां रेस्टोरेशन की समस्या आ रही है, वहां टीम भेजी जा रही है। जहां तक ऑपरेशन और मेंटनेंस का सवाल है, दस साल तक निर्माण एजेंसी करती रहेगी।
-ललितधर द्विवेदी, उपमहाप्रबंधक मप्र अर्बन कंपनी।