चित्तौड़गढ़

Health News: बीमारियों से बचे रहना है, तो 30 की उम्र के बाद जरूर करवाएं ये टेस्ट, स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया अलर्ट

High blood pressure (hypertension) : युवाओं में कम उम्र में ही होने वाली बीमारी से सरकार भी चिंतित है। हालत यह है कि हर चौथे व्यक्ति में लो और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या पाई जाने लगी है।

2 min read

Chittorgarh News: अगर आप की उम्र 30 को पार कर गई है। यानि आप उम्र के उस पड़ाव पर हैं, जहां प्रोफेशनल लाइफ ग्रोथ कर रही है। आप अपनी लाइन में इतना व्यस्त हो गए हैं कि खाने और सोने का टाइम टेबल गड़बड़ा गया है। ऐसे में आपको तीन महीने में एक बार ब्लड प्रेशर और डायबिटीज की जांच करा लेनी चाहिए।

यह खुद सरकार कह रही है। क्योंकि 30 साल से ज्यादा उम्र का हर पांच से एक मरीज इन बीमारियों से ग्रसित है। राज्य सरकार भी इन बीमारियों को नॉन कयुनिकेबल डिजीज की श्रेणी में डालकर क्लीनिकल टेस्टिंग पर फोकस कर रही है।

मंत्री-एसीएस ने फिर उठाया मुद्दा

जोधपुर में कुछ दिन पूर्व चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर और एसीएस शुभ्रा सिंह ने संभाग स्तरीय चिकित्सा अधिकारियों की बैठक में नॉन कयुनिकेबल डिजीज में हाइपरटेंशन व डायबिटीज के आंकड़े पर गंभीरता बरतने को कहा है। इसका डाटा एकत्र कर ऑनलाइन किया जाएगा।

इस तरह आंकड़ों में समझें खतरा

● 30 से अधिक उम्र के लोगों को अलर्ट पर रखा गया है।

● 02 महीने में एक बार जांच के निर्देश दिए हैं।

● 57.93 लाख लोग राजस्थान में इस खतरे की जद में होंगे अगले साल तक।

● 05 में से 1 व्यक्ति इस नॉन कयुनिकेबल डिजीज से ग्रसित।

● 75 प्रतिशत लोगों को अस्पताल तक लाने का टारगेट।

● 40 प्रतिशत भी नहीं आते अभी जांच कराने।

चित्तौड़गढ़ में डेढ़ लाख लोगों की होनी चाहिए नियमित जांच

निदेशालय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं की रिपोर्ट में यह स्वीकार किया गया है कि 2025 तक हर पांच में से एक व्यक्ति बीपी-शुगर से ग्रसित होगा। राजस्थान में 30 साल से अधिक उम्र के 2.89 करोड़ लोग विभाग ने माने हैं और 2025 तक इनमें से 57.93 लाख लोग हाइपरटेंशन-डायबिटीज के मरीज होंगे।

चित्तौड़गढ़ में भी करीब डेढ़ लाख लोग इन बीमारियों से ग्रसित होंगे। इनमें से 75 प्रतिशत का क्लीनिकल रिकॉर्ड रखा जाना जरूरी है। यानि डेढ़ लाख लोगों की नियमित जांच जिले में होनी चाहिए।

इनका कहना है

जिले में 15 अगस्त तक 4 लाख 81 हजार से अधिक लोगों की जांच की गई है। इनमें से 1.59 लोगों की दोबारा जांच हो चुकी है। 1.11 लाख बीपी और शुगर से पीड़ित पाए गए। इन लोगों को दवाएं दी जा रही हैं।- डॉ. ताराचंद गुप्ता, सीएमएचओ, चित्तौड़गढ़

Updated on:
08 Sept 2024 01:34 pm
Published on:
08 Sept 2024 01:33 pm
Also Read
View All

अगली खबर