IND vs NZ: न्यूजीलैंड टेस्ट इतिहास में भारतीय सरजमीं पर क्लीन स्वीप करने वाली दुनिया की पहली टीम बनीं। इसके साथ ही भारत का लंबे समय से टेस्ट सीरीज जीतने का सिलसिला भी खत्म हो गया है। आखिर इस हार के प्रमुख कारण क्या रहे हैं?
IND vs NZ: पिछले तीन सप्ताह में भारतीय टेस्ट क्रिकेट अर्श से फर्श पर आ गया। शायद ही किसी ने सोचा होगा कि भारतीय टीम को कभी अपनी सरजमीं पर क्लीन स्वीप का सामना करना होगा लेकिन रविवार को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में टीम इंडिया को इतिहास की सबसे शर्मनाक हार झेलनी पड़ी। इस सीरीज में भारतीय टीम की हार के स्पिन नहीं खेल पाने के साथ पांच प्रमुख कारण रहे। आइये आपको भी बताते हैं, वे छह कारण जिनकी वजह से भारतीय टीम को घर में मुंह की खानी पड़ी है।
न्यूजीलैंड ने तीसरे और आखिरी टेस्ट मुकाबले में मेजबान भारत को सिर्फ ढाई दिन के अंदर 25 रन से शिकस्त दी। इसके साथ ही कीवी टीम ने तीन मैचों की सीरीज 3-0 से अपने नाम कर ली। न्यूजीलैंड टेस्ट इतिहास में भारतीय सरजमीं पर क्लीन स्वीप करने वाली दुनिया की पहली टीम बनीं। इसके अलावा, भारत में कीवी टीम की यह अभी तक की पहली टेस्ट सीरीज जीत भी है। मैच के तीसरे दिन भारतीय टीम को जीत हासिल करने के लिए सिर्फ 147 रन का आसान लक्ष्य मिला लेकिन स्पिन गेंदबाजी के सामने भारतीय बल्लेबाजों ने एक बार फिर आत्मसमर्पण कर दिया और पूरी टीम सिर्फ 121 रन बनाकर सिमट गई। कीवी स्पिनरों ने मुंबई टेस्ट में भारत के 16 विकेट चटकाए तो वहीं पूरी सीरीज में कुल 37 विकेट कीवी स्पिनरों ने लिए।
भारतीय टीम की न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में शर्मनाक हार की सबसे बड़ी वजह में से एक कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली की खराब फॉर्म रही। दोनों बल्लेबाज 100 रन का आंकड़ा भी सीरीज में पार नहीं कर सके। न्यूजीलैंड के खिलाफ रोहित ने तीन मैचों में 91 और विराट ने 93 रन बनाए।
न्यूजीलैंड के खिलाफ पूरी सीरीज में भारत को फिनिशर की कमी खली। सिर्फ ऋषभ पंत ही लडऩे का जज्बा दिखा सके। अन्य कोई बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सका। भारतीय टीम के शीर्षक्रम के आत्मसमर्पण के बाद हर बार गुच्छों में विकेट गिरे। सरफराज की एक पारी को छोड़ दें तो अन्य पांच पारियों में वह पूरी तरह फ्लॉप नजर आए।
भारत की हार की प्रमुख वजह भारतीय बल्लेबाजों का खराब शॉट सेलेक्शन भी रहा। शुभमन गिल मुंबई टेस्ट की पहली पारी में 90 रन बनाए। इसके बावजूद वह एजाज पटेल को नहीं समझ पाए और दूसरी पारी में स्टम्प पर आती गेंद को छोड़कर क्लीन बोल्ड हो गए। कुछ इसी तरह का सरफराज खान का भी रहा पहले टेस्ट में 150 रन बनाने वाले सरफराज तीसरे टेस्ट की दोनों पारियों में एजाज का शिकार बने। रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल भी खराब शॉट खेलकर आउट हुए।
भारत की सीरीज हारने की एक प्रमुख वजह लेफ्ट आर्म स्पिनर का तोड़ नहीं तलाश पाना भी है। दूसरे टेस्ट में मिचेल सेंटनर ने अकेले ही भारत के 13 विकेट चटका डाले तो तीसरे टेस्ट में एजाल पटेल ने 11 विकेट अपने नाम किए।
भारतीय टीम आखिरी टेस्ट में लेफ्ट-राइट कॉम्बिनेशन में उलझती नजर आई। गौतम गंभीर और रोहित शर्मा इसी पर ज्यादा ध्यान देते नजर आए। इस वजह से सरफराज खान को दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में 7वें नंबर पर तो तीसरे टेस्ट की पहली पारी में 8वें नंबर पर भेजा गया।