दौसा जिला परिवहन अधिकारी की ओर से बस चालकों से वार्ता की गई है और अवैध रूप से संचालित वाहनों के खिलाफ कार्रवाई के लिए स्पेशल टीम गठित की हुई है। इसके चलते बस एवं मिनी बसों के पहिये थमे 15 दिन बीत चुके हैं
बांदीकुई। बस एवं मिनी बस यूनियन की ओर से अवैध रूप से संचालित वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर उपजे विवाद का खामियाजा मेहंदीपुर बालाजी जाने वाले श्रद्धालुओं को झेलना पड़ रहा है। हालांकि जिला परिवहन अधिकारी ने धरना स्थल पर वार्ता भी की, लेकिन सहमति नहीं बन पाई। इसके चलते बस एवं मिनी बसों के पहिये थमे 15 दिन बीत चुके हैं और बस चालकों का धरना जारी है।
मेहंदीपुर बालाजी लोगों की धार्मिक आस्था का केन्द्र है। यहां हरियाणा, पंजाब, उत्तरप्रदेश, रेवाड़ी, मध्यप्रदेश सहित कई राज्यों से श्रद्धालु ट्रेनों से बांदीकुई आते हैं। शनिवार सुबह तो यात्रीभार इतना अधिक था कि श्रद्धालुओं की भीड एवं वाहनों के आडे तिरछे फंस जाने से जाम की स्थिति बन गई।
रेवाड़ी निवासी हरिनारायण चौधरी ने बताया कि महिला एवं छोटे-छोटे बच्चों को साथ लेकर आते हैं। ठसाठस होकर गुजरने वाले वाहनों में यात्रा करनी पड़ रही है। वहीं रामकरण चेची, सूरजमल गुर्जर, राजाराम यादव, बहादुरसिंह, मीठालाल, मोहनलाल, मोहरसिंह, राजेन्द्र, रमेशचंद, कमलसिंह, हनुमानसिंह, सुरेश, धर्मसिंह सहित बस चालकों ने प्रशासन के खिलाफ नारे लगाकर विरोध जताया।
बस-मिनी बस यूनियन अध्यक्ष अशोक चौधरी एवं उपाध्यक्ष कैलाश पोषवाल ने बताया कि प्रशासन की ओर से सुनवाई नहीं होने पर मजबूरन अब चालक-परिचालक अनशन पर बैठेंगे।
जिला परिवहन अधिकारी की ओर से बस चालकों से वार्ता की गई है और अवैध रूप से संचालित वाहनों के खिलाफ कार्रवाई के लिए स्पेशल टीम गठित की हुई है। मेहंदीपुर बालाजी श्रद्धालुओं को परेशानी नहीं हो इसको लेकर प्रयासरत हैं।
-रामसिंह राजावत, उपखंड अधिकारी बांदीकुई