दौसा

किसानों के चेहरे खिले, सरसों के भाव में आया जबरदस्त उछाल, ये है नया भाव

Mandi News : कृषि उपज मंडियों में सरसों के दाम में एकदम से बड़ा उछाल आया है, जिससे बड़े किसान एवं फसलों के स्टॉकिस्ट के चेहरों पर रौनक आ गई है। बीते 8 से 10 दिनों से लगातार सरसों के दामों में हो रही बढ़ोतरी ने सबको चौंका दिया है ।

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May 22, 2024

Mandi News : कृषि उपज मंडियों में सरसों के दाम में एकदम से बड़ा उछाल आया है, जिससे बड़े किसान एवं फसलों के स्टॉकिस्ट के चेहरों पर रौनक आ गई है। बीते 8 से 10 दिनों से लगातार सरसों के दामों में हो रही बढ़ोतरी ने सबको चौंका दिया है और लालसोट व मंडावरी मंडियों में सरसों के दामों में 600 से 700 रुपए प्रति क्विंटल तक की तेजी आ गई है।

जानकारी के अनुसार लालसोट व मंडावरी कॄषि उपज मंडियो में करीब 10 दिन पूर्व 42 प्रतिशत तेल के कंडीशन वाली सरसों के दाम 5000 से 5100 रुपए प्रति क्विंटल थे, मंगलवार को सरसों के दाम एमएसपी यानि समर्थन मूल्य खरीद के भाव 5650 रुपए की लक्ष्मण रेखा को भी पार करते हुए 5700 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंचे हैं, जबकि 44 प्रतिशत तेल कंडीशन वाली सरसों के दाम 5820 रुपए प्रति क्विंटल रहे हैं। दोनों मंडियों में मंगलवार को 2-2 हजार कट्टे सरसों की आवक हुई है। किसानों का अनुमान है कि यह तेजी आगामी दिनों में भी बने रहेगी, ऐसे में उन्हें मंडी में एमएसपी से अधिक दाम मिल सकते हैं। मंडियों में सरसों के दामों में आए एक साथ आए उछाल से आढतिएं भी खुश हैं। आढतियों का मानना है कि मंडी में 5700 रुपए के दाम मिलने के चलते किसान समर्थन मूल्य के बजाए सीधे मंडी में ही अपनी जिंस बेचने के लिए पहुंचेंगे, जिससे ऑफ सीजन में भी व्यापार की गति बनी रहेगी।

दूसरी ओर सरसों के दाम र्में आई इस तेजी से बाजार में सरसों तेल के दाम भी लगातार बढोतरी होना शुरू हो गया है। सरसों तेल के उत्पादक उद्यमी गोविंद चौधरी ने बताया कि मंगलवार को टीन में सरसो तेल के दाम 122 रुपए प्रति किलो तक जा पहुंचा है, जो कि गत कुछ दिनों पूर्व 108 रुपए ही था, इसी तरह खल के दामों में भी बढोतरी हो रही है।

छोटे किसान स्वयं को ठगा सा महसूस कर रहे
भारतीय किसान संघ के जिला उपाध्यक्ष घूमसिंह मीना कांकरिया ने बताया कि सरसों के दाम में हुई एक साथ बढोतरी से छोटे किसान स्वयं को ठगा हुआ महसूस कर हैं। सरसों की फसल तो मार्च में तैयार हो चुकी थी, जबकि खरीद अप्रेल माह में शुरू हुई, ऐसे में छोटे किसानों ने अपनी पारिवारिक जरुरतों को देखते हुए मार्च मंडी में औने पौने दामों में भी सरसों बेच दी थी, मंडी में दाम बढने का फायदा इस व्यापार से जुड़े लोगों या स्टाक करने वालों को ही होगा।

आढ़तियों के अनुसार, डिमांड पूरी नहीं होने के कारण आई तेजी
लालसोट ग्रेन मर्चेन्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष नवल झालानी एवं मंडावरी व्यापार मंडल के अध्यक्ष रामजीलाल गांधी ने बताया कि बीते कुछ दिनों में सरसों के दाम 10 प्रतिशत तक बढे हैं। इसके पीछे बड़ा कारण सोयाबीन के उत्पादक देश ब्राजील में बाढ आना है, जिससे विदेेशों में भी भाव बढे़ हैं, वहां से भारत में भी तेल का आयात होता है, आयात प्रभावित होने से लोकल तेल की भी डिमांड बढ़ी है, इसके अलावा इस बार सरसों की बंपर पैदावार की बात कही जा रही थी, लेकिन अब लग रहा है कि पैदावार अनुमान से 25 प्रतिशत कम हुई है। आढ़तियों के अनुसार यह तेजी आगे भी जारी रहने का अनुमान है। दूसरी ओर सरसों तेल के उत्पादक उद्यमी गोविंद चौधरी का कहना है कि बड़ी फैक्ट्रियों की डिमांड पूरी नहीं होने के चलते यह तेजी आई है।

चने के दामों में भी बढ़ी तेजी
मंडियों में सरसो के साथ चने के दामों में भी बड़ी तेजी आई है। आढ़तियों के अनुसार बीते एक माह में चने के दाम में 1100 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी आई है। एक माह पहले मंडियों में चना 5300 रुपए प्रति क्विंटल के भाव थे, जो कि अब 6400 रुपए प्रति क्विंटल तक जा पहुंचे हैं। चने के दामों में तेजी आने के साथ चने की दाल के साथ बेसन के दाम भी बढ रहे हैं, किराणा व्यवसायी नरेश अग्रवाल के अनुसार चने के दाम मेें बढोतरी के चलते खेरुज में चना दाल 84 व बेसन 90 रुपए प्रति किलों तक जा पहुंचे हैं। तेल के साथ चना दाल व बेसन के भावों में तेजी से सामान्य परिवार की रसोई का बजट गड़बड़ाएगा।

लालसोट में 6 और राहुवास में 2 किसान पहुंचे
मंडियों में सरसों के दाम में बढोतरी होने के साथ अब किसानों ने समर्थन मूल्य खरीद केन्द्र से मुंह मोडऩा शुरू कर दिया है। लालसोट में केन्द्र प्रभारी राहुल तिवाड़ी ने बताया कि मंगलवार को 100 किसानों की तुलाई का पंजीकरण था, लेकिन मात्र 6 किसान ही पहुंचे है, जिनके 220 बैग की तुलाई हुई है। 1 अप्रेल से 21 मई तक 655 किसानों के कुल 28 हजार 320 बैग सरसों की तुलाई हो चुकी है। 27 अप्रैल तक तुलाई करने वाले सभी किसानों का भुगतान हो गया है। इसी तरह राहुवास खरीद केन्द्र पर मंगलवार को मात्र दो किसान ही सरसों की तुलाई करने पहुंचे है, यहां अब तक कुल 245 किसानों के 10736 बैग सरसों की तुलाई हुई है।

Published on:
22 May 2024 10:29 am
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