Intelligence Alert:प्रसिद्ध जागेश्वर धाम की सुरक्षा में एक-दो नहीं बल्कि दर्जनों छेद सामने आए हैं। खुफिया एजेंसियों की जांच रिपोर्ट और सेफ्टी ऑडिट कुछ ऐसे ही संकेत दे रहे हैं। सुरक्षा ऑडिट में इसका खुलासा होने के बाद अब इन कमियों को दूर किया जाएगा।
Intelligence Alert:दिल्ली में बीते 10 नवंबर को एक आई-20 कार से आतंकियों ने फिदायीन अटैक किया था। उस ब्लास्ट में करीब 12 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 20 लोग घायल भी हुए थे। उस हमले के बाद देश के प्रमुख क्षेत्रों की सुरक्षा को लेकर अलर्ट जारी किया गया था। इनमें उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के जागेश्वर धाम की सुरक्षा का बिंदु भी शामिल है। बताया जा रहा है कि इस धाम की सुरक्षा को लेकर खुफिया एजेंसियों ने एक रिपोर्ट तैयार की है। दिल्ली ब्लास्ट के बाद जागेश्वर धाम को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है। इसी को देखते हुए गुरुवार को एसएसपी देवेंद्र पींचा, सीओ सहित खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों ने जागेश्वर धाम पहुंचकर यहां की सुरक्षा का ऑडिट किया। टीम ने पाया कि जागेश्वर धाम में मास्टर प्लान के तहत केवल मंदिर में ही सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। मंदिर के बाहर, बाजार या रामलीला मंच के पास कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं है।मंदिर के केवल एक ही प्रवेश द्वार पर सीसीटीवी लगाया गया है। बाजार और सड़क को कवर करने के लिए भी कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है। सड़क पर वाहनों को ट्रेस करने की भी कोई व्यवस्था नहीं हैं। गेट के एंट्रेंस पर भी सुरक्षा व्यवस्था नहीं है। मंदिर परिसर में कहीं भी अग्निशमन यंत्र स्थापित नहीं किए गए हैं। विश्व प्रसिद्ध मंदिर में वॉच टावर भी नहीं लगाया गया है। अब सुरक्षा एजेंसियां इसकी एक पूरी रिपोर्ट तैयार कर सुरक्षा में कमियों को दूर करने का प्रयास करेंगी। इसके अलावा जागेश्वर मंदिर में सुरक्षा कर्मियों की तादात भी बढ़ाने की बात सामने आ रही हैं।
जागेश्वर धाम में साल भर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है। लेकिन इस धाम की सुरक्षा भगवान भरोसे चल रही है। मंदिर की सुरक्षा के लिए एसएसपी ने डीएफएमडी स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। संभवत: जल्द ही यहां प्रवेश द्वार पर एक डीएफएमडी स्थापित कर दिया जाएगा। श्रद्धालु डीएफएमडी की जांच के बाद ही मंदिर में प्रवेश कर पाएंगे। इसके अलावा जागेश्वर में रामलीला मंच स्थल के पास बनाई गई दर्शक दीर्घा को भी सीसीटीवी कैमरों से लैस किया जाएगा। दरअसल, इसी दर्शक दीर्घा में ही श्रद्धालु अपने वाहन पार्क करते हैं।
जागेश्वर धाम के अलावा जिले में चितई मंदिर में भी साल भर लाखों श्रद्धालु आते हैं। जिले में जागेश्वर और चितई मंदिर सर्वाधिक भीड़-भाड़ वाले धार्मिक क्षेत्र हैं। गुरुवार को एसएसपी देवेंद्र पींचा सहित खुफिया विभाग की टीमों ने चितई की सुरक्षा का भी जायजा लिया। चितई मंदिर क्षेत्र में भी सुरक्षा की कई खामियां टीम ने पकड़ी हैं। जल्द ही चितई मंदिर की सुरक्षा को लेकर बड़े कदम उठाए जाएंगे।