Heavy Rain Alert: भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा 13 और 14 अगस्त को कुमाऊँ क्षेत्र में भारी से बहुत भारी वर्षा की चेतावनी के बाद अल्मोड़ा जिला प्रशासन ने सभी सरकारी, अर्द्धसरकारी और निजी विद्यालयों (कक्षा 1 से 12) एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में दो दिन का अवकाश घोषित किया। आदेश का पालन अनिवार्य किया गया है।
Heavy Rainfall Kumaon: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) देहरादून द्वारा जारी ताज़ा मौसम पूर्वानुमान में उत्तराखंड के कुमाऊँ मंडल के कई जिलों में अगले दो दिनों, 13 और 14 अगस्त, को भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना जताई गई है। इसके तहत अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, चंपावत, नैनीताल, बागेश्वर और ऊधमसिंह नगर जिलों में मौसम विभाग ने रेड अलर्ट के बराबर गंभीर चेतावनी दी है।
इस पूर्वानुमान को देखते हुए जिला प्रशासन अल्मोड़ा ने एहतियातन बड़ा निर्णय लिया है। जिला मजिस्ट्रेट/अध्यक्ष जनपद आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, अल्मोड़ा आलोक कुमार पांडेय ने आदेश जारी करते हुए स्पष्ट किया कि जनपद के सभी सरकारी, अर्द्धसरकारी और निजी विद्यालय (कक्षा 1 से 12 तक संचालित) तथा सभी आंगनबाड़ी केंद्र दो दिनों तक पूरी तरह बंद रहेंगे।
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मौसम विभाग के अनुसार, 13 और 14 अगस्त को इन जिलों में अतिवृष्टि (भारी से बहुत भारी बारिश) की संभावना है। इससे भूस्खलन, अचानक बाढ़ (फ्लैश फ्लड), बोल्डर गिरना, जलभराव, और सड़क बंद होने जैसी घटनाएं हो सकती हैं।
पहाड़ी इलाकों में लगातार बारिश से पहले ही कई जगहों पर भू-स्खलन और सड़कों के क्षतिग्रस्त होने की खबरें आ रही हैं। ऐसे में बच्चों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए, जिला प्रशासन ने यह कदम उठाया है ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके।
मुख्य शिक्षा अधिकारी, अल्मोड़ा, और जिला कार्यक्रम अधिकारी (महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास), अल्मोड़ा को आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
जिला मजिस्ट्रेट ने साफ किया है कि आदेश का पालन न करने पर संबंधित संस्था या अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन का कहना है कि यह निर्णय छात्रों और आंगनबाड़ी केंद्रों में आने वाले छोटे बच्चों की जानमाल की सुरक्षा के लिए लिया गया है, और इसमें किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
IMD के पूर्वानुमान के मुताबिक, इस दौरान कुमाऊँ क्षेत्र में कई स्थानों पर 115.6 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की जा सकती है, जिसे ‘बहुत भारी वर्षा’ की श्रेणी में रखा जाता है। पहाड़ी ढलानों और नदी-नालों के किनारे रहने वालों को विशेष सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
संभावित आपदाएं और सावधानियां
जिला प्रशासन ने सभी उपजिलाधिकारियों, पुलिस, और विकास अधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए हैं। आपात स्थिति में राहत और बचाव कार्यों के लिएजेसीबी मशीनें, आपदा राहत टीमें, मेडिकल टीम तैनात रखी गई हैं।
डीएम आलोक कुमार पांडेय ने कहा, कि "बच्चों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए यह निर्णय पूरी तरह एहतियात के तौर पर लिया गया है। सभी अभिभावकों से अपील है कि वे बच्चों को घर में सुरक्षित रखें और अनावश्यक रूप से बाहर न भेजें।"