देहरादून

Kainchi Dham Mela 2025: बाबा नीब करौरी धाम में श्रद्धा का सैलाब, देश-विदेश से पहुंचे लाखों भक्त

उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित विश्वप्रसिद्ध कैंची धाम में बाबा नीब करौरी महाराज के मंदिर का स्थापना दिवस 15 जून को बड़े ही भव्य और श्रद्धापूर्ण वातावरण में मनाया गया। हर साल की तरह इस बार भी यहां आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा, जिसमें भारत ही नहीं, बल्कि अमेरिका, यूरोप समेत कई देशों से श्रद्धालु शामिल हुए।

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PC: File Photo

Kainchi Dham Mela: सुबह से ही “करौरी बाबा की जय” के जयघोष पूरे क्षेत्र में गूंजते रहे। मंदिर परिसर और आसपास का इलाका भक्तों से भर गया था। अनुमान है कि इस बार श्रद्धालुओं की संख्या 4 लाख के पार पहुंच गई, जो पिछले साल की तुलना में लगभग 1.5 लाख अधिक रही।

इस खास मौके पर मंदिर प्रांगण में विशाल भंडारे और मेले का आयोजन भी किया गया, जिसमें प्रसाद के रूप में पारंपरिक मालपुए बांटे गए। लोगों का मानना है कि बाबा नीब करौरी के दरबार में आने से जीवन में सुख, शांति और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

बाबा नीब करौरी: विदेशों तक से आते हैं भक्त

बाबा नीब करौरी सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी आध्यात्मिक श्रद्धा का केंद्र बने हुए हैं। लोगों की मानें तो फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग और एप्पल के सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स जैसे दिग्गजों ने भी इस धाम को अपनी जीवन यात्रा में निर्णायक मोड़ बताया है। कहा जाता है कि स्टीव जॉब्स ने जुकरबर्ग को फेसबुक के शुरुआती संघर्षों में मार्गदर्शन पाने के लिए कैंची धाम भेजा था।

कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिपूर्ण आयोजन

इतनी बड़ी भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस ने पुख्ता सुरक्षा इंतजाम किए थे। जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे, पुलिस बल और वॉलंटियर्स तैनात रहे, जिससे कार्यक्रम शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सका।

कैंची धाम अब सिर्फ मंदिर नहीं, एक ग्लोबल स्पिरिचुअल डेस्टिनेशन

धाम में आ रहे भक्तों की मानें तो बाबा नीब करौरी के दर्शन मात्र से मनोकामनाएं पूरी होती हैं। उनका कहना है कि यही कारण है कि हर साल भक्तों की संख्या में भारी इजाफा हो रहा है और कैंची धाम अब एक वैश्विक आध्यात्मिक धरोहर के रूप में उभर रहा है।

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