देहरादून से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां विजिलेंस विभाग ने एक पटवारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा, लेकिन गिरफ्तारी के दौरान उसने रिश्वत के सभी नोट चबाकर निगल लिए।
मामला देहरादून के कालसी तहसील का है, जहां पटवारी गुलशन हैदर को दो हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था। शिकायत मिलने के बाद विजिलेंस टीम ने जाल बिछाया और पटवारी को 500-500 रुपये के चार नोटों के साथ रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया।
शिकायत मिलने के बाद विजिलेंस टीम के हरकत में आने के बाद जैसे ही गुलशन को अहसास हुआ कि वह फंस गया है उसने तुरंत ही सभी नोट मुंह में डालकर चबाना शुरू कर दिया और उन्हें निगल लिया। विजिलेंस टीम को इस अप्रत्याशित हरकत की बिल्कुल उम्मीद नहीं थी, लेकिन तुरंत कार्रवाई करते हुए उन्होंने पटवारी को पास के अस्पताल पहुंचाया।
अस्पताल में उसका अल्ट्रासाउंड किया गया, मगर पेट में किसी भी प्रकार के नोट दिखाई नहीं दिए। अब अधिकारी एंडोस्कोपी के जरिए जांच कराने की तैयारी कर रहे हैं ताकि यह पता चल सके कि पटवारी ने वाकई पैसे निगल लिए हैं या उन्हें छिपाया गया है।
विजिलेंस निदेशक डॉ. वी मुरुगेशन ने बताया कि शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि उसके चचेरे भाइयों ने मूल निवास और जाति प्रमाणपत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था, लेकिन आवेदन खारिज कर दिए गए। इसके बाद उन्होंने कालसी क्षेत्र में तैनात पटवारी गुलशन हैदर से संपर्क किया। पटवारी ने दस्तावेज बनाने के बदले दो हजार रुपये की मांग की और तहसील कार्यालय में बुलाया।
शिकायतकर्ता ने विजिलेंस को इसकी जानकारी पहले ही दे दी थी जिस पर टीम ने पहले से तैयारी कर रखी थी। जैसे ही पटवारी ने रिश्वत ली, टीम ने उसे पकड़ लिया, लेकिन उससे पहले वह पैसे निगल चुका था। फिलहाल पटवारी को गिरफ्तार कर लिया गया है और रेडियोलॉजिस्ट ने टीम ने उसे देहरादून ले जाकर एंडोस्कोपी जांच करवाने का सुझाव दिया है। अब देखना ये है कि एंडोस्कोपी के बाद क्या निकलकर सामने आता है।