Teacher Recruitment: राज्य के प्राइमरी स्कूलों में 1649 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया जल्द ही पूरी होने वाली है। शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों को 30 दिसंबर तक हर हाल में भर्ती की सारी प्रक्रियाएं पूरी करने के निर्देश दिए हैं। आवेदन पत्र एकत्र करने और उन्हें निदेशालय भेजने की डेडलाइन भी तय कर दी गई है।
Teacher Recruitment:प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया 30 दिसंबर तक पूरी हो जाएगी। उत्तराखंड के हर जिले में शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। राज्य के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को अपने-अपने जिलों में शिक्षकों के रिक्त पद भरने की प्रक्रिया शुरू करानी है। बता दें कि उत्तराखंड के सरकारी प्राथमिक स्कूलों में सहायक शिक्षकों के 2100 पद लंबे समय से रिक्त चल रहे हैं। इनमें 451 पदों पर भर्ती प्रक्रिया पूर्व से ही कोर्ट में विचाराधीन है। इन 451 पदों को छोड़कर शेष 1649 पदों पर भर्ती की तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं। बेसिक जिला शिक्षाधिकारियों अपने-अपने जिलों में रिक्त पदों पर शिक्षकों की भर्ती कराने के निर्देश दिए गए हैं। पूर्व में ही अपर सचिव ने प्राथमिक शिक्षा निदेशक को भर्ती प्रक्रिया शुरू कराने के आदेश जारी कर दिए थे। प्राथमिक शिक्षा निदेशक अजय कुमार नौडियाल के मुताबिक शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने विभागीय समीक्षा बैठक में भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए थे। उन्होंने हर हाल में 30 दिसंबर तक भर्ती प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए हैं। इसी को देखते हुए सभी जिलों को आवेदन पत्र संकलन का कार्य 16 दिसंबर तक पूरा करने के आदेश दिए गए हैं। बताया कि जिला स्तर पर अतिरिक्त कर्मचारियों को इस कार्य में लगाने के आदेश दिए गए हैं। 16 दिसंबर के बाद आवेदन पत्रों को अनुमोदन के लिए निदेशालय को भेजा जाना है।
उत्तराखंड के प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों के पद खाली होने का खामियाजा नौनिहालों को भुगतना पड़ रहा है। शिक्षकों और संशाधनों की कमी के चलते लोगों का मोह सरकारी स्कूलों से भंग हो रहा है। प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के मकसद से उत्तराखंड में पिछले दो साल से लगातार प्राथमिक शिक्षकों की भर्तियां चल रही हैं। अब तक उत्तराखंड में तीन हजार से अधिक रिक्त पद भरे जा चुके हैं। बता दें कि अभ्यर्थियों के एनआईओएस डीएलएड को शामिल करने को लेकर कोर्ट में वाद दायर करने से भर्ती प्रक्रिया बाधित हो गई थी। इधर, अब सरकार ने 1649 पदों पर भर्ती होने से प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था मजबूत हो जाएगी।