Bear Terror:भालुओं के आतंक से लोग दहशत में हैं। इस बार भालुओं ने जंगल में चारा-पत्ती लेने गईं तीन महिलाओं पर हमला किया है। भालुओं के हमलों में घायल महिलाओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया। उत्तराखंड में करीब 13 दिन के भीतर भालुओं के हमलों में तीन लोगों की जान भी जा चुकी है। लोगों ने वन विभाग से भालुओं के आतंक से निजात दिलाने की मांग उठाई है।
Bear Terror:भालुओं के आतंक से लोग खौफ के साए में जी रहे हैं। इस बार भालुओं ने उत्तराखंड के चमोली और रुद्रप्रयाग जिले में तीन महिलाओं पर हमले किए हैं। चमोली में पोखरी के गुनियाला गांव निवासी 28 वर्षीय रुचि देवी पत्नी मनोज कुमार रविवार को धमतोली के जंगल में चारा पत्ती लेने गई थी। इस दौरान भालू ने उन पर हमला कर लिया। साथ की महिलाओं के शोर मचाने पर भालू भाग गया। घायल रुचि को सीएचसी पोखरी ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद रुचि को घर भेज दिया गया। उनके सिर और पेट पर चोटें आई हैं। इसी प्रकार की एक और घटना रुद्रप्रयाग जिले के अगस्त्यमुनि के बनियाड़ी गांव में घटी है। यहां घास काट रही 50 वर्षीय मीना देवी पत्नी आनंद सिंह नेगी पर भालू ने हमला कर दिया। उनके साथ ही घास काट रहीं लक्ष्मी देवी पत्नी राजेंद्र सिंह उन्हें बचाने गईं। आक्रमक हुए भालु ने लक्ष्मी देवी पर भी हमला कर उन्हें घायल कर दिया। दोनों महिलाओं के शोर मचाने पर भालू जंगल की ओर भाग गया। सूचना मिलते ही तमाम ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने दोनों घायलों को सीएचसी अगस्त्यमुनि में भर्ती कराया है। भालुओं के बढ़ते आतंक से लोगों में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने वन विभाग से भालुओं को पकड़ने की मांग उठाई है। साथ ही घायलों को मुआवजा देने की भी मांग की है।
उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में इन दिनों भालुओं ने आतंक मचाया हुआ है। बीते 27 अक्तूबर से अब तक भालुओं के हमलों में तीन लोगों की जान जा चुक है। कुमाऊं और गढ़वाल के पर्वतीय क्षेत्रों में भालू के हमलों की लगातार घटनाएं सामने आ रही है। सामान्य तौर पर बाघ या तेंदुओं के आदमखोर होने के बाद मारने का आदेश वन विभाग जारी करता है। पौड़ी में हमलों की घटनाओं के देखते हुए वन विभाग ने बीते सितंबर में भालू को मारने की आदेश जारी किए थे। अफसरों के मुताबिक, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, चमोली गोपेश्वर गोविंद पशु वन्यजीव विहार, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों में भालुओं के हमले की घटनाएं बढ़ी हैं।