Aashadh Ke Upay: हिंदू धर्म में हर महीने का अपना महत्व है, आषाढ़ महीना भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित है। माना जाता है कि आषाढ़ के उपाय भगवान विष्णु को आसानी से प्रसन्न करते हैं और आर्थिक परेशानियां दूर कर देते हैं। इसके अलावा कुछ अन्य उपाय आपकी रूठी किस्मत आप के फेवर में आ जाती है।
हिंदू धर्म के अनुसार आषाढ़ का महीना यज्ञ और धार्मिक अनुष्ठान के लिए शुभ होता है। हिंदू कैलेंडर के इस चौथे महीने में यज्ञ करने से शीघ्र फल की प्राप्ति होती है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि आपकी कुंडली में सूर्य और मंगल की स्थिति बेहद कमजोर है और जीवन में आ रही आर्थिक परेशानिया खत्म होने का नाम नहीं ले रहीं हैं तो आषाढ़ में श्री हरि विष्णु, भोलेनाथ, मां दुर्गा और हनुमानजी की पूजा करें। आषाढ़ में इन देवताओं की पूजा शुभ फलदायक होता है, और आर्थिक परेशानियों से छुटकारा मिलता है।
आषाढ़ में सूर्योदय से पूर्व उठें और सभी कार्यों से निवृत्त होकर स्नान करें, फिर सूर्यदेव को अर्घ्य दें। इसके बाद ही भोजन करें। इससे आरोग्य के देवता सूर्यदेव प्रसन्न होते हैं । मान्यता है कि आषाढ़ में सूर्यदेव की उपासना करने से व्यक्ति को सभी प्रकार के रोगों से मुक्ति मिल जाती है।
आषाढ़ पूजा-पाठ के लिए विशेष होता है। इस माह देवशयनी एकादशी, आषाढ़ी एकादशी और योगिनी एकादशी जैसे कई पुण्यदायी व्रत पड़ते हैं। इन व्रतों को रखने से मनोकामना पूरी होती है।
आषाढ़ महीने में स्नान और दान का विशेष महत्व है। आषाढ़ मास में जरूरतमंद लोगों को सामर्थ्य के अनुसार दान-दक्षिणा देना चाहिए। मान्यता है कि आषाढ़ माह में छाता, आंवला ,जूते-चप्पल और नमक आदि का दान करने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।