बेंगलूरु. श्रवणबेलगोला के भट्टारक अभिनव चारुकीर्ति और अतिशय क्षेत्र अरिहंत गिरी के भट्टारक ने उत्तर भारत के 21वीं सदी के प्रथम भट्टारक के रूप में स्वस्ति अरिहंत कीर्ति भट्टारक का स्वागत अभिनंदन किया। इस अवसर पर जैन समाज श्रवणबेलगोला के मैनेजिंग कमेटी के सदस्य, कुष्माण्डिनी महिला समाज तथा गुरुकुल के बच्चों ने नूतन अरिहंतकीर्ति भट्टारक […]
बेंगलूरु.
श्रवणबेलगोला के भट्टारक अभिनव चारुकीर्ति और अतिशय क्षेत्र अरिहंत गिरी के भट्टारक ने उत्तर भारत के 21वीं सदी के प्रथम भट्टारक के रूप में स्वस्ति अरिहंत कीर्ति भट्टारक का स्वागत अभिनंदन किया। इस अवसर पर जैन समाज श्रवणबेलगोला के मैनेजिंग कमेटी के सदस्य, कुष्माण्डिनी महिला समाज तथा गुरुकुल के बच्चों ने नूतन अरिहंतकीर्ति भट्टारक स्वामी का शोभा यात्रा के साथ पादपूजा की। नूतन भट्टारक पर पुष्पवर्षा की गई।
धर्मसभा में अभिनव स्वस्ति चारुकीर्ति ने कहा कि अरिहंत कीर्ति वर्ष 2018 के मस्तकाभिषेक के समय से बड़े स्वामी के पास रहकर जप-तप करते हुए बड़े स्वामी के अनुभव को प्राप्त करते रहे।