Dungarpur Crime : डूंगरपुर के धंबोला में हिस्ट्रीशीटर की हत्या का खुलासा हुआ। पुलिस ने रिपोर्ट के बाद जांच की। उसके बाद उपप्रधान पति सहित 4 को गिरफ्तार किया। जानिए इस सनसनीखेज मामले के बारे में।
Dungarpur Crime : डूंगरपुर के धंबोला में कुछ दिनों पहले लिखीबड़ी गांव के समीप एक हिस्ट्रीशीटर की हत्या के मामले का बुधवार को पुलिस ने खुलासा करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया और दो बाल अपचारी को डिटेन किया है। हिस्ट्रीशीटर की हत्या पुरानी रंजिश के चलते की गई थी। पुलिस आरोपियों से विस्तृत पूछताछ कर रही हैं।
थानाधिकारी रिजवान खान ने बताया कि मृतक भूपेंद्र सिंह उर्फ भूपंत सिसोदिया की पत्नी मीनाक्षी ने थाने में रिपोर्ट दी थी। उसमें बताया था कि उसके पति भूपत एक नवंबर को मजदूरों को छोड़ने सीमलवाड़ा गए थे, लेकिन वह वापस घर नहीं आए। रात करीब आठ बजे करिश्मा नामक युवती घर आई और उसने मीनाक्षी को बताया कि उसके पति के साथ कुछ लोग मारपीट कर रहे है।
सूचना पर परिजनों के साथ मौके पर पहुंची तो शिथल ओड़ा तीन रास्ते पर सड़क किनारे भूपत मृत अवस्था में पड़े हुए थे। मीनाक्षी ने जीवराम अहारी और उसके परिजनों पर पुरानी रंजिश और तीन लाख रुपए के विवाद में पति की हत्या का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट पेश की थी। जिस पर अनुसंधान के बाद बुधवार को सारोली निवासी जीवराम पुत्र मणीलाल अहारी, बापूलाल उर्फ राहुल पुत्र अनिल कोटेड, राजनारायण उर्फ जीतु पुत्र जीवराम अहारी मीणा, प्रकाश पुत्र कलजी अहारी को गिरफ्तार किया। वहीं, दो बाल अपचारी को डिटेन किया। आरोपी जीवराम सीमलवाड़ा उप प्रधान का पति हैं।
थानाधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि भूपत 1 नवंबर को मोटर साइकिल लेकर शिथल ओड़ा तीन रास्ते पर खड़ा था। इसके साथ जीवराम की भतीजी करिश्मा भी खड़ी थी। इस दौरान दो मोटर साइकिलों व ट्रैक्टर पर जीवराम अपने परिजनों साथ आए और दोनों के बीच विवाद हो गया। विवाद के दौरान हाथापाई शुरू हो गई। इस दौरान जीवराम ने भूपत को धक्का मारा तो वह नीचे जा गिरा। इसके बाद सभी ने मिलकर भूपत पर पथराव करना शुरू कर दिया। पथराव से भूपत के सिर व अन्य जगहों पर चोट लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि भूपत व जीवराम के बीच पुरानी रंजिश के चलते विवाद चल रहा था। परिजनों ने जीवराम पर भूपत से तीन लाख रुपए लेने के बाद वापस नहीं लौटाने का भी आरोप लगाया था। लेकिन अभी तक पुलिस की जांच में यह बात सामने नहीं आई है। कार्रवाई में एएसआई धर्मेन्द्रसिंह, कांस्टेबल लोकेन्द्रसिंह, शंभूसिंह, दीपेश, अमित, करण भट्ट, चंदन, डायालाल, हरीश, अजय शामिल थे।