Dungarpur : डूंगरपुर के जनजातीय बालिका आवासीय छात्रावास खड़गदा में एक युवक के प्रवेश के बाद हंगामे की स्थिति बन गई। मौके पर पुलिस ने पहुंचकर लिया एक्शन।
Dungarpur : डूंगरपुर के जनजातीय बालिका आवासीय छात्रावास खड़गदा में एक बाहरी युवक के प्रवेश के मामले में शुक्रवार रात हंगामे की स्थिति बनी। ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने संबंधित युवक व छात्रावास वार्डन को थाने ले जाकर पूछताछ के बाद 6 माह के लिए पाबंद किया। ग्रामीण विनोद सरपोटा ने बताया कि शुक्रवार रात को अज्ञात युवक के छात्रावास में होने की सूचना मिलने पर पुलिस को इत्तला दी गई। इस पर एसआई सोमेश्वर, बीट कांस्टेबल राजेंद्र कुमार और कांस्टेबल दिलवर सिंह छात्रावास पहुंचे।
बीट कांस्टेबल राजेंद्र कुमार ने बताया कि छात्रावास से मूलाराम पुत्र थानाराम बिश्नोई निवासी गांधी कॉलोनी, चौपासनी जोधपुर को थाने लेकर आई। युवक और छात्रावास वार्डन से पूछताछ की गई। इसके बाद उपखंड अधिकारी के समक्ष पेश किया। जहां 6 माह के लिए पाबंद कर छोड़ा गया। इधर, वार्डन ने बताया कि आरोप बेबुनियाद है तथा संबंधित युवक हॉस्टल का सामान रखने के लिए आया था।
इस पूरे मामले को लेकर जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के अधिकारी अनभिज्ञता जताते रहे। टीएडी के उपायुक्त सत्यप्रकाश को अलग-अलग समय में आठ से दस बार कॉल किए गए। पर, उन्होंने कॉल रिसीव करने की जहमत नहीं उठाई। वहीं, उपजिला शिक्षा अधिकारी गेंदालाल डामोर को कॉल करने पर उन्होंने कॉल कट कर दिए। बाद में व्हाट्सएप कॉल पर पूरे मामले को लेकर जानकारी नहीं होना बताकर पल्ला झाड़ दिया।
प्रदेश सरकार ने समय-समय पर आदेश जारी कर बालिका हॉस्टल में पुरुषों के प्रवेश पर पूर्ण पाबंदी लगाई है। बालिकाओं के रिश्तेदारों के लिए भी विशेष गाइडलाइन दे रखी है। इसके बावजूद इन आदेशों की पालना नहीं की जा रही है।
मेरी जानकारी में नहीं आया है। पर, यह बहुत गंभीर मामला है। उपायुक्त एवं पुलिस से मामले की जानकारी लेने के साथ ही जांच करवाएंगे और दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बाबूलाल खराड़ी, टीएडी एवं जिला प्रभारी मंत्री