JEE Main Topper Ayush Singhal Exam Tips: जेईई मेन का रिजल्ट जारी कर दिया गया है। राजस्थान के आयुष सिंघल ने टॉप किया है। खास पत्रिका अखबार से बातचीत में आयुष सिंघल ने बताया कि उन्होंने किस स्ट्रैटजी के दम पर जेईई परीक्षा में सफलता हासिल की है। देखें यहां-
JEE Main Topper Ayush Singhal Exam Tips: जेईई मेन का रिजल्ट जारी कर दिया गया है। इस बार जेईई मेन परीक्षा सत्र 1 में 14 अभ्यर्थियों ने 100 पर्सेंटाइल हासिल किया है। 100 पर्सेंटाइल हासिल करने वालों में पांच अभ्यर्थी राजस्थान के हैं। वहीं आयुष सिंघल ने टॉप किया है। आइए, जानते हैं आयुष सिंघल ने जेईई मेन परीक्षा में टॉप करने के लिए क्या स्ट्रैटजी अपनाई थी-
आयुष सिंघल जयपुर के रहने वाले हैं। उनके पिता राजीव सिंघल और माता दोनों ही डॉक्टर हैं। माता पिता चाहते कि आयुष भी उनकी तरह डॉक्टर बनें। लेकिन आयुष ने इंजीनियरिंग का फील्ड चुना। आयुष ने जब इंजीनियरिंग को करियर के रूप में चुनने का फैसला लिया तो उनके माता-पिता ने उन्हें पूरा सपोर्ट किया।
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जेईई मेन 2025 परीक्षा में टॉप करने वाले आयुष के लिए सबसे मुश्किल विषय केमिस्ट्री था। आयुष बताते हैं कि उन्हें केमिस्ट्री हमेशा से टफ लगा इसलिए उन्होंने परीक्षा से पहले तक इस विषय का 6 बार रिवीजन कर लिया था। वहीं मैथ्स और फिजिक्स आयुष के लिए आसान था इसलिए उन्होंने मैथ्स का सिर्फ दो बार और फिजिक्स का एक बार रिवीजन किया। आयुष ने बताया कि जेईई परीक्षा के लिए सबसे जरूरी है NCERT का कॉन्सेप्ट क्लियर होना। आयुष रोजाना 12-13 घंटे पढ़ाई करते थे। परीक्षा में ज्यादा से ज्यादा स्कोर करने के लिए फिजिक्स, केमेस्ट्री और मैथ्स तीनों विषयों के सैंपल पेपर हल करते थे। आयुष ने पत्रिका से बातचीत में कहा कि अब उनका पूरा फोकस जेईई एडवांस पर है और वेIIT Bombayसे पढ़ाई करना चाहते हैं।
आयुष ने कहा कि उनका फोकस जेईई मेन्स से ज्यादा जेईई एडवांस पर है। उन्हें पूरा भरोसा था कि जेईई मेन्स तो एक महीने की पढ़ाई में भी क्रैक कर लेंगे। वहीं उन्होंने बताया कि वे कभी कभी सिलेबस से जुड़े कॉन्टेंट के लिए मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते थे। लेकिन कहा कि परीक्षा के समय सोशल मीडिया से दूर रहना बहुत जरूरी है। आयुष ने अपनी सफलता का क्रेडिट शिक्षकों, माता-पिता और परिवार को दिया।
वहीं जेईई के एक अन्य टॉपर रजित गुप्ता (राजस्थान) ने कहा कि खुद का दिमाग लगाए बिना जो शिक्षक कहते हैं, उसे फॉलो करें। ओम प्रकाश बेहेरा (राजस्थान) ने कहा कि कामयाबी का फॉर्मूला ये है कि जितना सिलेबस पढ़ाया जाता है उतना ही पढ़ें, उससे एक कदम भी आगे ना बढ़ें।
वहीं मूल रूप से बिहार के रहने वाले 18 वर्षीय अर्णव सिंह ने 12वीं परीक्षा पास करने से पहले ही अपने प्रथम प्रयास में जेईई मेन परीक्षा पास कर ली। अर्णव के माता पिता बिहार से हैं लेकिन वे अपने पूरे परिवार के साथ राजस्थान के कोटा में रहते हैं। कोटा के एक कोचिंग से उनकी पढ़ाई हुई है। उन्होंने मीडिया से बताचीत में बताया कि वे हमेशा अपना कॉन्सेप्ट क्लियर रखते हैं और सिलेबस को अच्छे से फॉलो करते हैं। हालांकि, अर्णव कोई टफ रूटीन नहीं फॉलो किया करते थे। वे पढ़ाई के साथ साथ माइंड और बॉडी को रिलैक्स करने के लिए स्पोर्ट्स एक्टिविटी भी करते थे। वे अपने भाई और पिता के साथ हर दिन करीब आधे घंटे क्रिकेट और टेनिस जैसे गेम खेला करते थे।
यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इंजीनियरिंग प्रवेश के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से आयोजित संयुक्त प्रवेश परीक्षा 2025 (जेईई मेन्स) सेशन-1 का परिणाम मंगलवार को जारी हुआ। इसमें 14 स्टूडेंट्स ने 100 पर्सेंटाइल स्कोर हासिल किया, जिसमें 5 स्टूडेंट्स राजस्थान के हैं। जयपुर के आयुष सिंघल ने 100 पर्सेंटाइल स्कोर हासिल कर अपनी मेहनत का परिचय दिया। परीक्षा 22, 23, 24, 28 और 29 जनवरी 2025 को विश्वभर के 304 शहरों में 618 सेंटर्स पर हुई।