NEET: नीट परिणाम को लेकर उठ रहे विवाद के बीच शिक्षा मंत्रालय ने 1500 नीट छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए जाने की जांच के संबंध में समिति का गठन किया है। आइए, जानते हैं क्या है पूरा मामला
NEET UG Exam Cancellation: नीट यूजी परीक्षा के परिणाम को लेकर देश भर में बवाल मचा हुआ है। परीक्षा में एक ही सेंटर से कई टॉपर और ग्रेस मार्क्स को लेकर छात्र सवाल उठा रहे हैं और जांच करने की मांग कर रहे हैं। वहीं शिक्षा मंत्रालय ने 1500 नीट छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए जाने की जांच के संबंध में समिति का गठन किया है। इस समिति की रिपोर्ट के आधार पर इन छात्रों के अंक में संसोधन हो सकता है।
एनटीए ने किसी भी तरह की लापरवाही से इंकार किया है। एनटीए का कहना है कि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और छत्तीसगढ़ के छात्रों ने हाईकोर्ट में रिट याचिका दायर की, जिसमें नीट यूजी परीक्षा (NEET UG Exam 2024) के दौरान हुई समय की बर्बादी के बारे में कहा गया। इस संबंध में एनटीए ने जांच की और उस आधार पर छात्रों को मुआवजे के तौर पर ग्रेस मार्क्स दिए जाने का फैसला किया।
एनटीए ने सूचित किया कि समिति ने सभी छात्रों की शिकायतों और संबंधित परीक्षा केंद्रों की सीसीटी फुटेज के आधार पर जांच की। उन्होंने परीक्षा के दौरान समय की बर्बादी की मात्रा निर्धारित की और प्रभावित छात्रों के नुकसान की भरपाई करने के लिए छात्रों को अंक प्रदान किया। वहीं अब मुआवजे के तौर पर अंक देने को लेकर जो विवाद पैदा हो रहा है।
हालांकि, राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने किसी भी अनियमितता से इनकार किया और रिकॉर्ड परिणामों के लिए कई कारकों को जिम्मेदार ठहराया, जिसमें एक आसान परीक्षा, पंजीकरण में वृद्धि, दो सही उत्तरों वाला एक प्रश्न और 'परीक्षा के समय की हानि' के कारण अनुग्रह अंक शामिल हैं।
बता दें, राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा 5 मई 2024 को नीट यूजी परीक्षा (NEET UG Exam 2024 Date) का आयोजन किया गया था। 4 जून 2024 को नतीजों की घोषणा की गई। 67 छात्रों ने एक साथ रैंक-1 हासिल की। वहीं एक ही परीक्षा केंद्र से 6 टॉपर निकले। साथ ही 718 और 719 ग्रेस मार्क्स दिए जाने को लेकर भी छात्र गुस्से में हैं।