IAS Success Story: हाल ही में अमरोहा स्थित तारापुर के एक सरकारी विद्यालय में निरीक्षण को लेकर पहुंची DM आईएएस निधि चर्चा में आ गईं। निधि 2015 बैच की आईएएस अधिकारी हैं।
IAS Success Story: कई सारे आईएएस अधिकारी हैं, जिनका ट्रांसफर अपने काम और अनुभव के आधार पर अलग-अलग जिलों में होता रहता है। हाल ही में आईएएस निधि गुप्ता वत्स (IAS Nidhi Gupta Vats) चर्चा में तब आईं, जब उनका ट्रांसफर उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में हुआ। वहीं एक बार फिर वे चर्चा में हैं। बीते शनिवार को डीएम निधि अमरोहा स्थिततारापुर प्राथमिक विद्यालय के निरीक्षण पर पहुंची। यहां उन्होंने छात्रों से सवाल-जवाब किया। अब इसी को लेकर वे चर्चा में हैं। ऐसे में आइए, जानते हैं कि कौन हैं निधि गुप्ता वत्स-
निधि गुप्ता वत्स वर्ष 2015 की आईएएस अधिकारी (IAS Officer) हैं। वे पहले हरियाणा कैडर की आईएएस थीं। लेकिन शादी के बाद उनका कैडर बदलकर उत्तर प्रदेश कर दिया गया। उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में तीसरी रैंक हासिल की थी।
निधि का जन्म और पालन पोषण दिल्ली में हुआ है। उनकी स्कूली शिक्षा दिल्ली से हुई। निधि बचपन से ही पढ़ने में अच्छी थीं। उन्होंने 10वीं के बाद साइंस विषय चुना और 12वीं के बाद इंजीनियरिंग की पढ़ाई का विकल्प चुना। निधि गुप्ता ने दिल्ली के द्वारका स्थित नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से बीटेक की डिग्री हासिल की है। बीटेक के बाद उन्होंन सिविल सेवा में आने का मन बनाया। निधि के इस फैसले में उनके घर वालों ने पूरा सहयोग किया।
निधि की पहली पोस्टिंग आगरा जिले के असिस्टेंट कलेक्टर के तौर पर हुई थी। बाद में उन्हें ज्वाइंट मजिस्ट्रेट और एडिशनल हाउसिंग कमिश्नर लखनऊ बनाया गया। इसके बाद वह हरदोई जिले की चीफ डेवलपमेंट ऑफिसर (CDO) बनीं। निधि एक्साइज डिपार्टमेंट की स्पेशल सेक्रेटरी को पद पर भी काम कर चुकी हैं। वह अमरोहा की डीएम बनने से पहले बरेली की म्युनिसिपल कमिश्नर थी।
निधि गुप्ता पहले भी कई बार अपने काम को लेकर चर्चा में आती रही हैं। बरेली नगर आयुक्त के रूप में उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था, जिसमें वे खुद से सफाई करती दिखी थीं। बता दें, निधि ने 5 बार यूपीएससी सीएसई की परीक्षा दी थी, जिसमें से दो बार उन्हें सफलता मिली।