इटावा में कथावाचकों के साथ मारपीट और अभद्रता का मामला गरमाता जा रहा है। गुरुवार को मामले ने हिंसक रूप ले लिया। दांदरपुर गांव में प्रदर्शन कर रहे यादव समाज और 'अहीर रेजिमेंट' से जुड़े युवाओं की पुलिस के साथ भिड़ंत हो गई।
इटावा में 'अहीर रेजिमेंट' और पुलिस के बीच की झड़प के दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया और पुलिस वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।
घटना की शुरुआत गुरुवार सुबह हुई जब बड़ी संख्या में ‘अहीर रेजिमेंट’ के समर्थक दांदरपुर गांव के बाहर एकत्र होकर कथावाचकों के साथ हुई कथित बदसलूकी के विरोध में प्रदर्शन करने लगे। प्रदर्शनकारियों ने गांव में आने-जाने वाले लोगों की जाति पूछनी शुरू कर दी और केवल यादव समुदाय के लोगों को ही गांव में प्रवेश की अनुमति दे रहे थे। इससे अन्य समुदायों के लोगों में नाराजगी फैल गई और माहौल तनावपूर्ण हो गया।
कुछ स्थानीय लोगों ने प्रदर्शनकारियों की इस कार्रवाई का विरोध किया और पुलिस को सूचना दी। खबर मिलते ही भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पुलिस अधिकारियों ने पहले प्रदर्शनकारियों को शांतिपूर्वक समझाने की कोशिश की, लेकिन जब वे नहीं माने तो पुलिस को बल प्रयोग कर उन्हें तितर-बितर करना पड़ा।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने उग्र रूप धारण कर लिया। उन्होंने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया और कुछ युवाओं ने फायरिंग भी की। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने मोर्चा संभाला और हालात को काबू में करने की कोशिश की। पथराव और हमले में पुलिस की एक गाड़ी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
घटना के बाद क्षेत्र में तनाव का माहौल बना हुआ है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और पूरे गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि स्थिति पर नियंत्रण रखा जा सके। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है और उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। ग्रामीणों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है।