CG News: फिंगेश्वर-राजिम रोड में 3 किलोमीटर दूर पुरेना बिजली चैक का पूरा बाजार समर्थन में बंद रहा। फिंगेश्वर नगर विकास एवं संघर्ष समिति के तत्वावधान में फिंगेश्वर में कृषि महाविद्यालय बनवाने पिछले 3 माह से प्रयास किया जा रहा हैं।
CG News: कृषि महाविद्यालय एवं छात्रावास भवन का निर्माण सिर्फ फिंगेश्वर में ही करने की मांग को लेकर गुरुवार को फिंगेश्वर में दो दिन 21 एवं 22 अगस्त को महाबंद के साथ साथ धरना प्रदर्शन के आज प्रथम दिन नगर महाबंद स्वस्फूर्त शत प्रतिशत बंद रहा। सुबह मार्ग में फिंगेश्वर से 2 किलोमीटर दूर बोरिद चौक का पूरा बाजार और फिंगेश्वर-राजिम रोड में 3 किलोमीटर दूर पुरेना बिजली चैक का पूरा बाजार समर्थन में बंद रहा। फिंगेश्वर नगर विकास एवं संघर्ष समिति के तत्वावधान में फिंगेश्वर में कृषि महाविद्यालय बनवाने पिछले 3 माह से प्रयास किया जा रहा हैं।
इसके लिए विधानसभा में विधायक रोहित साहू के प्रयास से कृषि मंत्री रामविचार नेताम द्वारा फिंगेश्वर में ही कृषि कॉलेज भवन बनाने 14 करोड़ 92 लाख 58 हजार की स्वीकृति मिलने के बाद जिला प्रशासन ने तहसीलदार फिंगेश्वर को कृषि कॉलेज निर्माण करने भूमि को चिन्हित करने निर्देश दिया और तहसीलदार के निर्देश पर पटवारी, आरआई के साथ साथ उत्साहित नगर विकास समिति के सदस्यों ने भी नगर में 22 एवं 34 एकड़ के शासकीय खाली प्लाट सहित कुछ और शासकीय खाली प्लाट का चिन्हांकन कर जिला कार्यालय को प्रेषित किया। यहां तक तो सब बढ़िया चल रहा था। फिर जिला प्रशासन ने कृषि विभाग के माध्यम से रिर्पोट बनाई की चयनित प्लाट अनुपयुक्त हैं। इसमें कृषि कॉलेज नहीं बनाया जा सकता।
फिंगेश्वर नगर विकास एवं संघर्ष समिति को जब इस अप्रत्याशित बात की जानकारी हुई तो फिंगेश्वर में खलबली मच गई और समिति के सदस्य जिलाधीश एवं कृषि महाविद्यालय के कुलपति से इस मामले में मुलाकात की और जमीन उपयोगी नहीं हैं, का कारण जानना चाहा, तो दोनों जगह से संतोषजनक जवाब तो नहीं मिला। षडयंत्र पूर्वक फिंगेश्वर में कृषि कॉलेज का निर्माण न हो ऐसा प्रयास करने की जानकारी मिली।
इस पर कृषि कॉलेज संबंधी सारे पुख्ता दस्तावेज लेकर संघर्ष समिति के सदस्य कृषि मंत्री, जिला प्रभारी मंत्री, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, भाजपा संगठन मंत्री पवन साय आदि के समक्ष अपना आवेदन प्रस्तुत किया तो सभी मंत्रियों जनप्रतिनिधियों ने फिंगेश्वर में ही कृषि कॉलेज बनने की बात कही और जिलाधीश सहित संबंधित विभाग को पत्र लिखा। परंतु इसके बाद भी जिला प्रशासन अपनी अडियल रवैय्ये के चलते फिंगेश्वर में कृषि कॉलेज हेतु अब तक जमीन आबंटित नहीं कर इस मामलें में गंभीर विवाद को हवा देने में लगा है। फिंगेश्वर नगर में इसका ही जोरदार विरोध है।
जिला प्रशासन के इसी हठ के चलते फिंगेश्वर नगर विकास एवं संघर्ष समिति ने 2 दिन का महाबंद की घोषणा कर गुरुवार को प्रथम दिवस बंद का आव्हान में जोरदार सफलता प्राप्त की। पूरा नगर दिन भर स्वस्फूर्त बंद रहा। नागरिकों में मानो कृषि कॉलेज प्रारंभ करवाने का जुनुन सिर चढ़कर बोल रहा था। कही भी बंद के लिए व्यापारियों से कहना नहीं पड़ा। सुबह से पूरा बाजार चमाचम बंद रहा। होटल, चाय दुकान, पान दुकान, ठेलों तक करो स्वस्फूर्त बंद कर मांग का समर्थन किया गया।
सुबह 10 बजे से पुराने बस स्टैण्ड में बंद के समर्थन में धरना-प्रदर्शन एवं सभा का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोगों ने उपस्थित रहकर कॉलेज फिंगेश्वर में ही बने, इसके लिए जोरदार नारेबाजी की। सभा शाम 5 बजे तक अनवरत चलती रही। नागरिक विकास संघर्ष समिति के अध्यक्ष भागवत हरित ने बताया कि कल महाबंद के दूसरे दिन शुक्रवार 22 अगस्त को 11 बजे से तहसील कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन किया जावेगा। दोपहर 3 बजे मुख्यमंत्री के नाम फिंगेश्वर में कॉलेज बनवाने संबंधी विस्तृत ज्ञापन एसडीएम को सौंपा जाएगा।
शुक्रवार के बंद में फिंगेश्वर में खेती किसानी का काम बंद रख धरना-प्रदर्शन में कृषकों का भी सहयोग लिया जाएगा। आज के बंद की सफलता एवं सभी व्यापारियों, नागरिकों, किसानों, युवाओं एवं महिला संगठन के स्वस्फूर्त सहयोग से तहसील कार्यालय में धरना प्रदर्शन में हजारों की संख्या में भाग लेने की संभावना हैं। नागरिकों के साथ साथ क्षेत्रीय ग्राम्यांचल में भी फिंगेश्वर में कृषि कालेज का उत्साह एवं जोश देखते ही बन रहा है।