गोण्डा में लूटकांड का राज़ चंद घंटों में खुल गया। पुलिस जांच में सामने आया कि पूरी कहानी पीड़ित ने ही गढ़ी थी। असलियत उजागर होने पर घर से सोने-चांदी के गहने और नकदी बरामद हुई। आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
गोण्डा पुलिस ने आवास विकास कॉलोनी में हुई कथित लूटकांड की गुत्थी महज 6 घंटे में सुलझा दी। चौंकाने वाली बात यह रही कि लूट की कहानी खुद पीड़ित ने ही गढ़ी थी। पुलिस ने घर से ही सोने-चांदी के गहने और नकदी बरामद कर अभियुक्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
गोंडा जिले के नगर कोतवाली क्षेत्र में 24 सितंबर की शाम को आवास विकास कॉलोनी के रहने वाले बुधरत्न गौतम ने पुलिस को तहरीर दी थी कि उसकी पत्नी घर के किचन में काम कर रही थी। तभी दो अज्ञात युवक घर में घुस आए। आरोप था कि उन्होंने उसकी पत्नी पर स्प्रे डालकर बेहोश कर दिया। इसके बाद जेवर व 70-80 हजार रुपये नकद लूट ले गए। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।
पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने घटना के खुलासे के लिए एसओजी, सर्विलांस व कोतवाली नगर पुलिस की पांच टीमें लगाई थीं। जांच के दौरान पुलिस को पीड़ित की कहानी संदिग्ध लगी। आस-पास के सीसीटीवी फुटेज, गवाहों के बयान और तकनीकी साक्ष्यों ने पूरे घटनाक्रम पर सवाल खड़े किए। जब पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो बुधरत्न ने फर्जी लूट की बात स्वीकार कर ली।
पूछताछ में बुधरत्न ने बताया कि उसकी मां ने बहनों की शादी के लिए जेवर बनवाए थे। मां के निधन के बाद बहनों की शादी की जिम्मेदारी उसी पर आ गई थी। लेकिन वह गहने बहनों को नहीं देना चाहता था। इसलिए उसने पत्नी की मदद से झूठी लूट की कहानी रच दी। ताकि जेवर अपने कब्जे में रख सके।
बुधरत्न की निशानदेही पर पुलिस ने घर से ही 5 चैन, 7 जोड़ी टप्स, 4 चूड़ी, 3 अंगूठी, पायल, बिछिया, बच्चों के कंगन समेत ढेरों सोने-चांदी के आभूषण और 23,310 रुपये नकद बरामद किए।
कोतवाली नगर प्रभारी विवेक त्रिवेदी व एसओजी/सर्विलांस टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए बुधरत्न को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस अधीक्षक ने पूरी टीम की सराहना की है।