यूपी के इस जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। डेढ़ साल पहले जिस युवती ने घर परिवार छोड़कर अपनी मर्जी से प्रेम विवाह कर लिया। जब पति उसकी ख्वाहिश नहीं पूरी किया। तो उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
गोंडा जिले में एक मामूली से विवाद ने एक परिवार पर गहरा शोक छोड़ गया। मनकापुर कोतवाली क्षेत्र के नगरा अंधियारी गांव में गुरुवार को 21 वर्षीय अर्चना पांडेय ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। बताया जाता है कि नवरात्रि के अंतिम दिन वह अपने पति से दशहरा मेला दिखाने की जिद कर रही थी। लेकिन पति के प्रतिमा विसर्जन के लिए निकलने के बाद उसने यह कदम उठा लिया।
करीब डेढ़ साल पहले अर्चना ने अपने प्रेमी अंकित पांडेय के साथ घरवालों की इच्छा के विरुद्ध शादी की थी। इस रिश्ते को लेकर उस समय काफी हंगामा भी हुआ। मामला थाने तक पहुंचा था। बावजूद इसके अर्चना ने परिवार का विरोध झेलते हुए अंकित का साथ चुना और दोनों ने मनकापुर कोतवाली में विवाह रचाया। दो महीने पहले ही अर्चना ने बेटी को जन्म दिया था। परिवार में सबकुछ सामान्य दिख रहा था। लेकिन दशहरा मेले को लेकर हुआ झगड़ा उसकी जिंदगी का अंत बन गया।
जानकारी के मुताबिक, अर्चना ने पति अंकित से आग्रह किया कि वह उसे मेला घुमाने ले चलें। पति ने इस मांग को अनदेखा कर प्रतिमा विसर्जन में जाने का फैसला किया। पति के घर से निकलते ही अर्चना ने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। थोड़ी देर बाद घटना की जानकारी होने पर परिजनों और पुलिस में हड़कंप मच गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
घटना की सूचना मृतका के मायके पक्ष तक भी पहुंची। हालांकि, अर्चना के परिजनों ने किसी तरह की शिकायत दर्ज कराने से मना कर दिया। मां का कहना था कि बेटी ने अपनी मर्जी से शादी की थी। जिसके बाद से उसका हमसे कोई संबंध नहीं रहा।
मनकापुर के प्रभारी निरीक्षक निर्भय नारायण सिंह ने बताया कि विवाहिता ने मेले को लेकर नाराज होकर फांसी लगाई है। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।