रेलवे भर्ती बोर्ड गोरखपुर के चेयरमैन नुरुद्दीन अंसारी को रेलवे बोर्ड दिल्ली ने निलंबित किया गया है। यह कार्रवाई मार्डन कोच फैक्ट्री रायबरेली में बिना परीक्षा के ही दो अभ्यर्थियों की फर्जी नियुक्ति के मामले में की गई है।
रेलवे बोर्ड, नई दिल्ली ने माडर्न कोच फैक्ट्री रायबरेली में फर्जी ढंग से दो रेलकर्मियों की तैनाती प्रकरण को संज्ञान में लेते हुए रेलवे भर्ती बोर्ड गोरखपुर के अध्यक्ष नुरुद्दीन अंसारी को निलंबित कर पद से हटा दिया है।पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य कार्मिक अधिकारी अवधेश कुमार को अतिरिक्त कार्यभार सौंपा है।स्थायी तैनाती होने तक मुख्य कार्मिक अधिकारी ही रेलवे भर्ती बोर्ड गोरखपुर के अध्यक्ष का भी दायित्व संभालेंगे।
जानकारी के मुताबिक रेलवे भर्ती बोर्ड कार्यालय गोरखपुर में तैनात रेलकर्मियों ने अपने बेटों को भर्ती पैनल में शामिल कर नौकरी दे दी थी। कर्मचारियों ने अधिकारियों की नाक के नीचे 26 अप्रैल, 2024 को जारी पैनल में फर्जी ढंग से अपने बेटों का नाम शामिल कर सात अभ्यर्थियों के पैनल की जगह नौ अभ्यर्थी कर दिया।
रेलवे भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष के हस्ताक्षर से ही पैनल जारी किया गया था। कार्यालय अधीक्षक चंद्रशेखर आर्य के बेटे राहुल प्रताप और निजी सचिव (द्वितीय) राम सजीवन के बेटे सौरभ कुमार बिना फार्म भरे, परीक्षा दिए और बिना मेडिकल टेस्ट के ही माडर्न कोच फैक्ट्री रायबरेली में फिटर बन गए थे। रेलवे प्रशासन ने दोनों की सेवा समाप्त कर दी है। कार्यालय अधीक्षक सेवानिवृत्त हो चुके हैं, जबकि निजी सचिव गोरखपुर स्थित सिग्नल एवं दूर संचार विभाग में कार्यरत हैं।