ग्वालियर

बिजली उपभोक्ताओं को मिलेगा ‘सरकारी योजना’ का लाभ, बस कर लें ये 1 काम

Electricity KYC: शासन की लाभकारी योजनाओं का फायदा लेने उपभोक्ताओं को ई-केवायसी कराना अनिवार्य है।

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Electricity consumers

Electricity KYC:मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर में 42,187 उपभोक्ताओं ने ही अब तक केवायसी कराई हैं जबकि शहर में 3 लाख से अधिक बिजली उपभोक्ता है। ग्वालियर शहर में केवायसी कराने का लक्ष्य 31 दिसंबर तक तय किया गया था, लेकिन अब तक एक चौथाई का आंकड़ा भी पार नहीं हो पाया है। यदि यही हालात रहे तो इसमें छह महीने से अधिक का समय लग सकता है।

ऐसे करा सकते हैं केवायसी

जानकारी के लिए बता दें कि शासन की लाभकारी योजनाओं का फायदा लेना चााहते है तो उपभोक्ताओं को ई-केवायसी कराना अनिवार्य है। उपभोक्ता मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के उपाय ऐप के जरिए भी ई-केवायसी करा सकते हैं। गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध उपाय ऐप डाउनलोड कर बिजली उपभोक्ता समग्र केवायसी में अपना उपभोक्ता क्रमांक एवं समग्र क्रमांक दर्ज करने के बाद लिंक मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी को दर्ज कर केवायसी प्रक्रिया को पूर्ण कर सकते हैं।


उपभोक्ताओं ने कराई केवायसी

ग्वालियर सहित चंबल अंचल के जिलों में केवायसी की रफ्तार धीमी है। दिसंबर-2024 तक लगभग सभी उपभोक्ताओं को केवायसी करना थी, लेकिन बिजली कंपनी लगभग सभी जिलों में लक्ष्य से काफी पीछे हैं। जनवरी माह के अंतिम सप्ताह तक ग्वालियर ग्रामीण में 20 हजार 995, शहर वृत्त ग्वालियर में 41 हजार 993, अशोकनगर में 20 हजार 615, दतिया में 23 हजार 592, शिवपुरी में 24 हजार 291, श्योपुर में 09 हजार 340, मुरैना में 21 हजार 708 एवं भिण्ड में 09 हजार 999 बिजली उपभोक्ताओं की केवायसी कराई है।

नो योर कंज्यूमर (केवायसी) के लिए लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। मीटर रीडर उपभोक्ताओं को केवायसी कराने के लिए जानकारी दे रहे हैं। लेकिन समग्र आईडी में मोबाइल नंबर लिंक नहीं होने के कारण परेशानी आ रही है। मार्च तक लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा।- नितिन मांगलिक, महाप्रबंधक, शहर वृत ग्वालियर

केवायसी से होगा फायदा

केवायसी प्रक्रिया के तहत बिजली उपभोक्ताओं की व्यक्तिगत जानकारी जैसे समग्र आईडी, मोबाइल नंबर एवं बैंक खाता इत्यादि की जानकारी को अपडेट किया जा रहा है। केवायसी से वास्तविक उपभोक्ताओं के विद्युत संयोजन एवं उनके भार की स्थिति का भौतिक सत्यापन सुनिश्चित किया जा सकेगा, साथ ही उपभोक्ताओं की सही पहचान और मोबाइल नंबर को सटीक रूप से टैग करने में मदद मिलेगी।

Published on:
02 Feb 2025 10:54 am
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