MP News: प्राचार्यों को अभी से बच्चों की तैयारी पर विशेष जोर देने के लिए कहा गया है। इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
MP News: स्कूलों में सितंबर में तिमाही और दिसंबर में अर्द्ध वार्षिक परीक्षाएं होंगी। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने शैक्षणिक कैलेंडर जारी किया है। विभाग के समक्ष चुनौती अर्द्धवार्षिक परीक्षा को लेकर है। यदि परीक्षा में ज्यादा विद्यार्थी कमजोर निकले, तो उनकी तैयारी कराने में शिक्षकों को ज्यादा मेहनत करनी होगी। इसलिए संकुल प्राचार्यों को अभी से बच्चों की तैयारी पर विशेष जोर देने के लिए कहा गया है।
इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं होने के बाद अतिरिक्त विशेष कक्षाएं लगेंगी। इन कक्षाओं में उन विद्यार्थियों को पढ़ाया जाएगा, जो इस परीक्षा में कमजोर चिन्हित किए जाएंगे। संकुल प्राचार्यों को लक्ष्य दिया जाएगा कि जनवरी तक उन्हें हर विषय में दक्ष बनाना होगा। इसके बाद रिवीजन कराया जाएगा। विद्यार्थियों की जो कमजोरियां और समस्याएं हैं, उनका समाधान शिक्षक कक्षाओं में ही करेंगे।
विभाग के अफसरों ने बताया कि डीईओ को निर्देश दिए गए हैं कि शिक्षकों की ऑनलाइन अटेंडेंस पर पूरा फोकस किया जाए। ई-अटेंडेंस हर शाला में शत-प्रतिशत होना चाहिए। जो शिक्षक ऑनलाइन उपस्थिति नहीं भर रहे हैं, उन पर सख्त कार्रवाई का प्रस्ताव तैयार किया जाए। अब ई-अटेंडेंस से दूरियां बनाने वाले शिक्षकों पर कोई रहम न हो, क्योंकि जुलाई में शिक्षक ऐप पर शिक्षकों की उपस्थिति का आंकड़े 40 फीसदी से कम रहा है। ऐसे में जब शिक्षक नियमित विद्यालयों में पहुंचेंगे तो निश्चित तौर पर अध्यापन व्यवस्था भी सुधरेगी।
एमपी बोर्ड सात फरवरी से कक्षा 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं कराएगा। शिक्षकों को दिसंबर अंत और जनवरी के प्रथम सप्ताह तक सिलेबस पूरा कराना है। इसी माह प्री-बोर्ड परीक्षाएं भी करानी होंगी। नई शिक्षा नीति के अनुसार बोर्ड की यह पहली परीक्षा होगी।
विद्यार्थियों की प्रायोगिक परीक्षाएं उन्हीं के स्कूल में जबकि स्वाध्यायी छात्रों की आवंटित केंद्र पर कराई जाएगी। वहीं 19 फरवरी से 10 मार्च के बीच प्रायोगिक परीक्षाएं कराई जाएंगी। आवश्यकता पडऩे पर प्रायोगिक परीक्षाएं अवकाश के दिनों में भी आयोजित की जाएंगी।
माध्यमिक शिक्षा मंडल की कक्षा 10वीं व 12वीं की परीक्षा के दौरान कोई सार्वजनिक या स्थानीय अवकाश आता है तब भी परीक्षा की तिथि में कोई परिवर्तन नहीं होगा। मंडल के अनुसार परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र पर सुबह आठ बजे तक उपस्थित होना अनिवार्य होगा। परीक्षा प्रारंभ होने के निर्धारित समय से 15 मिनिट पूर्व के बाद किसी भी विद्यार्थी को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।