क्रिसमस से लेकर नए साल के बीच देशभर में टूरिज्म सेक्टर रिकॉर्ड तेजी से बढ़ रहा है। इंटरनेशनल और डोमेस्टिक-दोनों तरह के टूर में भारी उछाल देखने को मिल रहा ...
ग्वालियर. क्रिसमस से लेकर नए साल के बीच देशभर में टूरिज्म सेक्टर रिकॉर्ड तेजी से बढ़ रहा है। इंटरनेशनल और डोमेस्टिक-दोनों तरह के टूर में भारी उछाल देखने को मिल रहा है। टूर एंड ट्रैवल संचालकों के मुताबिक, इस साल नए साल में विदेश जाने वालों की संख्या में करीब 25 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। बढ़ती डिमांड का असर यह है कि दो माह पहले जिस इंटरनेशनल रूट का किराया 30 हजार रुपए था, वह अब 80 हजार रुपए तक पहुंच गया है।
ट्रैवल इंडस्ट्री से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि सालाना आधार पर देश में इंटरनेशनल टूरिज्म में 40 से 45 फीसदी, जबकि डोमेस्टिक ट्रैवल में औसतन 40 फीसदी मासिक बढ़ोतरी हो रही है।
रामेश्वरम और मदुराई में होटल बुङ्क्षकग हालात से भीड़ का अंदाजा लगाया जा सकता है। मदुराई के 990 होटलों में से केवल 50, जबकि रामेश्वरम के 300 में से सिर्फ 20 होटल खाली हैं। यहां एक दिन का किराया 10 से 12 हजार रुपए तक पहुंच गया है।
डोमेस्टिक टूरिज्म में गोवा की लोकप्रियता बरकरार है। यहां 70 फीसदी तक बुङ्क्षकग में उछाल देखा गया है। इसके अलावा अंडमान-निकोबार, केरल, तमिलनाडु, जयपुर, गुरुग्राम और दिल्ली भी पर्यटकों की पसंद बने हुए हैं। नए साल में इन गंतव्यों के लिए 3 हजार से अधिक बुङ्क्षकग दर्ज की गई हैं।
25 दिसंबर से 10 जनवरी तक कान्हा, बांधवगढ़ और पेंच नेशनल पार्क में सफारी बुङ्क्षकग 100 फीसदी फुल है। पचमढ़ी और जैसलमेर भी इस सीजन में पसंदीदा डेस्टिनेशन बनकर उभरे हैं। दिसंबर का अंतिम सप्ताह और न्यू ईयर पैकेज लगभग पूरी तरह भर चुके हैं।
नए साल में धार्मिक पर्यटन तेजी से उभरा है। अयोध्या, तिरुपति, वाराणसी और उज्जैन के लिए 25 से 30 फीसदी ज्यादा बुङ्क्षकग हो चुकी है। इन स्थानों के लिए 3-4 दिन के दर्शन पैकेज 30 से 35 हजार रुपए प्रति व्यक्ति में उपलब्ध हैं।
नए साल पर पर्यटक ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, बाली-वियतनाम, दुबई और ङ्क्षसगापुर जाना पसंद कर रहे हैं। एक व्यक्ति के लिए ऑस्ट्रेलिया टूर का पैकेज 3 से 3.50 लाख, न्यूजीलैंड 4 से 4.5 लाख, बाली-वियतनाम 80-85 हजार, दुबई 85 हजार और ङ्क्षसगापुर 1 लाख रुपए से शुरू हो रहा है। ये पैकेज 6-7 दिन से लेकर 9-10 दिनों के हैं। टूर एंड ट्रैवल संचालक प्रशांत ङ्क्षसघल बताते हैं कि इस साल बाली की बुङ्क्षकग लगभग 100 फीसदी तक पहुंच गई है। इसकी बड़ी वजह बाली का किफायती होना है। पहले जो पर्यटक थाईलैंड जाते थे, अब वे बाली को प्राथमिकता दे रहे हैं।