सेवा देने को लेकर केन्द्रों पर पदस्थ अमले की शिकायतें लगातार आती हैं, इन पर क्या कार्रवाई हुई है?
ग्वालियर. आमजन की समस्याओं का समाधान करने के लिए जिले में आठ लोकसेवा केन्द्र खुले हैं। इन केन्द्रों पर सेवाओं को पोर्टल के माध्यम से पंजीकृत किया जा रहा है। आवेदन पंजीकृत होने के बाद संबंधित विभाग के माध्यम से समय सीमा में सेवा प्रदान करना हमारी जिम्मेदारी है। फरवरी में हमारे पास 8102 आवेदनों में से राजस्व के 1800, जाति प्रमाण-पत्र के लिए 3484, आय प्रमाण-पत्र के 2507 आवेदनों सहित अन्य का निराकरण किया गया है। यह कहना है लोकसेवा केन्द्रों के जिला प्रबंधक अमित शिरोमणि का। उन्होंने सेवा प्रदाय करने के तरीके से लेकर समाधान के संबंध पत्रिका के सवालों के जवाब दिए।
आमजन की सेवाओं के लिए केन्द्रों का संचालन अभी किन जगहों पर हो रहा है?
जिले में ग्वालियर, मुरार, सिटी सेंटर, तानसेन ,चीनोर, घाटीगांव, डबरा और भितरवार तहसील परिसर में लोक सेवा केंद्र संचालित हैं।
सेवा देने को लेकर केन्द्रों पर पदस्थ अमले की शिकायतें लगातार आती हैं, इन पर क्या कार्रवाई हुई है?
लोक सेवा केन्द्रों पर स्टाफ के व्यवहार आदि को लेकर कुछ शिकायतें आई थीं, जिनका समाधान किया गया है, कुछ जगहों पर कलेक्टर सर ने कार्रवाई भी की है।
शिकायत के बाद समाधान की प्रक्रिया किस तरह होती है?
आम नागरिक से संबंधित शासकीय सेवा को उनके निवास के पास ही उपलब्ध कराने की मंशा के साथ हम काम कर रहे हैं। सेवा प्रदान करने के लिए पदाविहित अधिकारी के पास आवेदन भेजा जाता है और फिर निर्धारित समय सीमा में निराकरण कराने के लिए फॉलो भी करते हैं।
कौन सी प्रमुख सेवाओं के आवेदन केन्द्रों पर जमा किए जा सकते हैं?
आय प्रमाण-पत्र, मूल निवासी प्रमाण-पत्र, जाति प्रमाण-पत्र, खसरा-खतौनी, गन लाइसेंस रिन्यूअल के आवेदन भी लोक सेवा केंद्रों के माध्यम से पंजीकृत किए जाते हैं।
आवेदक द्वारा आवेदन जमा करने के बाद अपडेट कैसे पता चलेगा?
लोकसेवा गारंटी अधिनियम के अंतर्गत अधिसूचित सेवाओं को प्राप्त करने के लिए आवेदन जमा करके ऑनलाइन रसीद आवेदक को जरूर लेना चाहिए। इसके बाद रसीद पर दिए गए आवेदन क्रमांक के माध्यम से आवेदक सेवा को लेकर अपडेट पता कर सकता है। यदि आवेदक को पुन: सेवा की आवश्यकता है तो पंजीयन नंबर बताने के साथ ही संबंधित सेवा का प्रमाण-पत्र हासिल किया जा सकता है।