हनुमानगढ़

अहमदाबाद विमान हादसा: MBBS छात्र का शव पहुंचते ही बेसुध होकर गिरी मां, 10 दिन पहले ही गया था एकलौता बेटा

एमबीबीएस छात्र मानव भादू को नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई।

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Photo- Patrika

Ahmedabad Plane Crash: गुजरात में हुए विमान हादसे में काल के गाल में समाए एमबीबीएस छात्र मानव भादू को शनिवार को पीलीबंगा स्थित शमशान घाट पर नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई। मेडिकल छात्र मानव का शव शनिवार अल सुबह जैसे ही पीलीबंगा स्थित निवास स्थान पहुंचा, घर में कोहराम मच गया और हर कोना शोक में डूब गया। परिजनों का करुण विलाप सुन-देख कर आसपास के लोग भी स्वयं को रोक नहीं पाए और मौके पर मौजूद हर व्यक्ति की आंखें नम हो गई।

मृतक की मां तुलसी देवी बार-बार बेसुध हो रही थी, पिता व दादा मानो भाव शून्य और बेसुध हो गए। दुख का आलम यह था कि मानव की माता तुलसी देवी बेटे के अंतिम दर्शन करते ही बेसुध होकर गिर पड़ीं। उनका करूण रूदन सुनकर वहां मौजूद हर आंख नम हो गई। परिवारजन उन्हें संभालने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन मां का दुख शब्दों से परे था।

20 वर्षीय मानव के शव का अंतिम संस्कार शनिवार सुबह करीब 10 बजे पीलीबंगा के दुलमानी क्षेत्र स्थित शमशान घाट पर किया गया। इस दौरान पूरा कस्बा शोक में डूबा रहा। सैंकड़ों की संख्या में लोग नम आंखों से अंतिम विदाई देने पहुंचे। मानव की अंतिम यात्रा में अतिरिक्त जिला कलक्टर उमेदी लाल मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जनेश तंवर, पुलिस उप अधीक्षक हंसराज बेरवा, उपखंड अधिकारी अमिता बिश्नोई, तहसीलदार नवीन गर्ग, थाना प्रभारी हरबंस लाल, विकास अधिकारी प्रिया बजाज, विधायक विनोद गोठवाल, पूर्व विधायक धर्मेंद्र मोची, एससी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कैलाश मेघवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रमोद डेलू सहित अनेक जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में नागरिक शामिल हुए।

गौरतलब है कि गुरुवार दोपहर गुजरात में हुए विमान हादसे में 20 वर्षीय मानव भादू की भी मौत हो गई थी। गुरूवार को वह बीजे कॉलेज के हॉस्टल के मैस में खाना खा रहा था। इस दौरान हुए विमान हादसे में उसकी मौत हो गई। मृतक मानव के पिता दलीप भादू एचडीएफसी बैंक में कार्यरत है। मृतक के दादा मनफूल राम भादू सहित अन्य परिवार को लोग पीलीबंगा में निवास कर रहे है। मृतक मानव अपने पिता का इकलौता पुत्र था।

करीब दस दिन पूर्व घर से गया था मानव

परिजनों के अनुसार 10 दिन पूर्व ही मानव घर से गुजरात लौटा था। होनहार छात्र मानव नीट की कठिन परीक्षा पास कर डॉक्टर बनने का सपना लिए आगे बढ़ रहा था। वह शुरू से ही पढ़ाई में अव्वल रहा और घर-परिवार की उमीदों का केंद्र था। लेकिन प्रकृति को कुछ और मंजूर था। हनुमानगढ निवासी मानव के दोस्त ने बताया कि वह करीब दस दिन पूर्व ही हनुमानगढ़ टाउन सेक्टर तीन में निवास कर रहे सभी दोस्तों से मिलकर गुजरात के लिए रवाना हुआ था।

Updated on:
15 Jun 2025 09:58 am
Published on:
15 Jun 2025 09:34 am
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