Mother's Day Special : माँ बनना वाकई जिंदगी का एक खूबसूरत अनुभव है, पर यह अपने आप में एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी भी है। बच्चों को संभालना, उनका ख्याल रखना, उनके पीछे भागना - ये सब करते वक्त माँओं को खुद पर ध्यान देना मुश्किल हो जाता है.
Mother's Day Special : ये कहावत तो आपने सुनी होगी ना - "एक माँ बाप के बराबर होती है" (Ek maa baap ke barabar hoti hai). माँ बनना वाकई बहुत बड़ी जिम्मेदारी है. बच्चों को संभालना, उनका ख्याल रखना, उनके पीछे भागना ये सब एक माँ के रोज़मर्रा के काम हैं. इस भागदौड़ में कई बार माँओं का अपना ख्याल रखना पीछे छूट जाता है. पर माँ की मानसिक सेहत (mental health) भी उतनी ही ज़रूरी है जितना बच्चों की.
आजकल कई माँएं काम भी करती हैं और घर भी संभालती हैं. ये "डबल ड्यूटी" (Double duty) उनके ऊपर और बोझ डाल देती है. इस भागदौड़ में वो खुद को अकेला पा सकती हैं, तनाव महसूस कर सकती हैं, या फिर थकावट से परेशान रह सकती हैं.
अगर आप भी ऐसी ही किसी स्थिति से गुजर रही हैं, तो ये जान लें कि आप अकेली नहीं हैं.
अगर इनमें से ज़्यादातर सवालों का जवाब "हाँ" है, तो ये संकेत हो सकते हैं कि आपको थोड़ी मदद की ज़रूरत है.
याद रखें, खुश माँ ही अपने बच्चों को खुशी दे सकती है अपना ख्याल रखना ना भूलें