Breastfeeding Week : विश्वभर में 1 से 7 अगस्त तक विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया जा रहा है। ऐसे में काेशिश की जाती है कि सभी माताओं को स्तनपान से जुड़ी सभी तरह की जानकारियों से अवगत कराया जा सके।
विश्व स्तनपान सप्ताह (World Breastfeeding Week) के अवसर पर, 1 से 7 अगस्त तक, माताओं को स्तनपान से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियों से अवगत कराया जाता है। इस सप्ताह के दौरान, हम मास्टिटिस (Mastitis) के बारे में चर्चा करेंगे, एक ऐसा मुद्दा जो कई माताओं को स्तनपान के दौरान अनुभव होता है।
मास्टिटिस, स्तन ऊतकों का संक्रमण या सूजन है। इसमें प्रभावित क्षेत्र में सूजन, दर्द, लाली और गरमाहट का अनुभव होता है। यदि इसका समय पर इलाज नहीं किया जाए, तो यह फोड़े का रूप भी ले सकता है।
मास्टिटिस (Mastitis) के लक्षण में स्तन में तनाव, सूजन, और गांठ शामिल हो सकते हैं। कई महिलाओं को स्तनपान के दौरान इन लक्षणों का सामना करना पड़ता है, जिससे वे डॉक्टर के पास जाती हैं।
डॉ. तृप्ति रहेजा, प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ, ने बताया कि मास्टिटिस से निपटने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:
मास्टिटिस का एक प्रमुख कारण स्वच्छता की कमी भी हो सकता है। स्तनपान के दौरान सही सफाई न रखने से निप्पल की त्वचा फट सकती है, जिससे बैक्टीरिया स्तन के ऊतकों में प्रवेश कर सकते हैं।
मास्टिटिस एक गंभीर समस्या हो सकती है, लेकिन सही देखभाल और समय पर उपचार से इसे आसानी से ठीक किया जा सकता है। स्तनपान सप्ताह के दौरान, माताओं को इस मुद्दे के प्रति जागरूक रहना चाहिए और किसी भी समस्या के संकेत पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।
स्तनपान के लाभों को समझते हुए, सही जानकारी और देखभाल से मास्टिटिस को प्रभावी ढंग से प्रबंधित किया जा सकता है।
(आईएएनएस)