Excessive Yawning: बार-बार उबासी आने का साधारण कारण थकान बताया जाता है। ये एक आम धारणा हो सकती है। किंतु, आपको अगर बहुत अधिक बार उबासी आती है तो ये आपकी सेहते के लिए सही संकेत नहीं है। अधिक उबासी आने का कनेक्शन बीमारी के साथ भी है। यूं समझ लें कि दिल के लिए […]
Excessive Yawning: बार-बार उबासी आने का साधारण कारण थकान बताया जाता है। ये एक आम धारणा हो सकती है। किंतु, आपको अगर बहुत अधिक बार उबासी आती है तो ये आपकी सेहते के लिए सही संकेत नहीं है। अधिक उबासी आने का कनेक्शन बीमारी के साथ भी है। यूं समझ लें कि दिल के लिए भी ये सही नहीं माना जाता है। इसलिए अब आपको ये समझ लेना चाहिए कि कितनी बार तक उबासी आना सही माना जाता है। साथ ही अत्यधिक उबासी का किन बीमारियों से कनेक्शन हो सकता है?
स्लीप फाउंडेशन की जानकारी के अनुसार, कुछ लोग दिनभर में 10 बार भी उबासी लेते हैं। साथ ही कुछ लोग 100 बार भी उबासी लेते हैं। ऐसे में क्या सामान्य क्या माना जाए। हेल्थ वेबसाइट्स पर दी गई जानकारी के मुताबिक, 5 मिनट के भीतर अगर किसीको 3-4 बार उबासी आती है तो ये नॉर्मल है। अगर आपको इससे अधिक उबासी आ रही है तो ये गंभीर बीमारी के संकेत हो सकते हैं।
हालांकि, उबासी आना एक सामान्य प्रक्रिया है। मगर, जब ये असमान्य रूप से होती है तो व्यक्ति को सचेत हो जाना चाहिए। ऐसे में चलिए, इससे जुड़ी जरूरी बातों को भी जान लेते हैं।
उबासी आने के ये मुख्य कारण हैं। इसके अलावा भी उबासी आने के कुछ अन्य कारण हो सकते हैं। अगर उपरोक्त चीजों में से कोई कारण स्पष्ट है तो ठीक अन्यथा आपको किसी एक्सपर्ट से सलाह लेनी चाहिए।
अधिक उबासी आना बीमारी का कारण माना जाता है। मेडिकल न्यूज व अन्य हेल्थ वेबसाइट्स पर दी गई जानकारी के अनुसार, निम्नलिखित बीमारी का संबंध उबासी से हो सकता है-
उबासी आने का कारण दिल की बीमारी से भी जुड़ा है। अगर आपको बहुत उबासी आ रही है तो ये आपके दिल के लिए संकेत हो सकता है। ये हार्ट अटैक आदि की ओर इशारा करता है।
उबासी आना हाइपोग्लाइसीमिया का शुरुआती संकेत माना जाता है। अगर आपको बहुत अधिक उबासी आ रही है तो आपको शुगर लेवल चेक करा लेना चाहिए।
ये तो हम जानते हैं कि नींद पूरी ना होने पर उबासी आती है। साथ ही थकान भी महसूस होता है। इसलिए उबासी आती है। अगर आपको ऐसा अधिक होता है तो आप स्लीप एपनिया के शिकार हो सकते हैं। इसके अलावा इंसोमनिया (अनिद्रा), नार्कोलेप्सी जैसी नींद की बीमारी का कारण भी इसे माना जाता है।
डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।