स्वास्थ्य

Fatty Liver Warning : फैटी लिवर से बढ़ सकता है समय से पहले डिलीवरी का खतरा

Fatty Liver Pregnancy Ricks : नई रिसर्च बताती है कि जिन गर्भवती महिलाओं को MASLD (फैटी लिवर) होता है, उन्हें बच्चा समय से पहले होने का खतरा ज़्यादा होता है, और ये सिर्फ ज़्यादा वज़न के कारण नहीं है।

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May 10, 2025
Fatty Liver Pregnancy Ricks

Fatty Liver Pregnancy Ricks : एक नई रिसर्च में पता चला है कि जिन गर्भवती महिलाओं को लिवर की एक बीमारी होती है जिसे आजकल MASLD (पहले इसे नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज कहते थे) कहते हैं, उन्हें बच्चा समय से पहले होने का खतरा ज्यादा होता है। और ये खतरा सिर्फ इसलिए नहीं होता कि उनका वजन ज़्यादा है।

दुनिया भर में करीब हर 10 में से 3 लोगों को ये MASLD नाम की लिवर की दिक्कत होती है। इस बीमारी के होने की आम वजहें हैं शुगर (टाइप 2 डायबिटीज) या ज़्यादा वज़न होना।

Fatty Liver Pregnancy Ricks : मोटापा नहीं, बल्कि खुद लिवर की बीमारी है जिम्मेदार

अध्ययन में खास बात यह रही कि यह खतरा केवल मोटापे (Obesity) की वजह से नहीं था। यहां तक कि जिन महिलाओं का बॉडी मास इंडेक्स (BMI) अधिक था लेकिन उन्हें MASLD नहीं था, उनके मुकाबले भी MASLD ग्रस्त महिलाओं में समय से पहले डिलीवरी का खतरा अधिक पाया गया। इससे यह स्पष्ट होता है कि लिवर की यह बीमारी खुद एक स्वतंत्र जोखिम कारक है।

अध्ययन का आधार और आंकड़े

इस शोध में स्वीडन के रजिस्ट्री डेटा का उपयोग किया गया। कुल 240 महिलाओं को शामिल किया गया जिन्हें MASLD था और उनकी तुलना 1,140 सामान्य महिलाओं से की गई। इसके जरिए जन्म से जुड़े विभिन्न जोखिमों की तुलना की गई।

सिजेरियन डिलीवरी की संभावना भी अधिक

MASLD से पीड़ित महिलाओं में सामान्य महिलाओं की तुलना में 63% अधिक सिजेरियन सेक्शन (C-section) की संभावना पाई गई। हालांकि यह अंतर जब मोटापे वाली महिलाओं से तुलना की गई, तो गायब हो गया, जिससे यह निष्कर्ष निकाला गया कि BMI का प्रभाव यहां मुख्य था।

अच्छी खबर: शिशुओं में कोई जन्म दोष नहीं पाया गया

शोध में यह भी देखा गया कि MASLD से पीड़ित महिलाओं के बच्चों में कोई विशेष जन्म दोष (congenital malformation) या जन्म के समय मृत्यु (stillbirth) का जोखिम नहीं बढ़ा था। यह एक राहत की बात है।

क्या करें MASLD से पीड़ित गर्भवती महिलाएं

विशेषज्ञों की राय में, जिन महिलाओं को MASLD है, उन्हें गर्भावस्था के दौरान अतिरिक्त चिकित्सकीय निगरानी की आवश्यकता है। साथ ही, क्लिनिकल गाइडलाइंस में MASLD ग्रस्त गर्भवती महिलाओं के लिए अलग सिफारिशें जोड़ने की भी ज़रूरत है।

यह बीमारी अब वैश्विक स्तर पर तेजी से बढ़ रही है। अनुमान है कि दुनिया भर में हर 10 में से 3 लोग इससे प्रभावित हैं — और इनमें बड़ी संख्या प्रजनन आयु की महिलाओं की भी है।

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with IANS input

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