Glenn Phillips virat catch : दुबई में खले गए (ICC Champions Trophy) भारत बनाम नूज़ीलैण्ड क्रिकेट मुकाबले में विराट कोहली का चमत्कारिक कैच लेने वाले ग्लेन फिलिप्स ADHD बीमारी से पीड़ित हैं। टूर्नामेंट में ऐसा दूसरी बार हुआ जब उन्होंने ऐसा शानदार कैच लपका।
Glenn Phillips ADHD : न्यूजीलैंड के क्रिकेटर ग्लेन फिलिप्सADHD (अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर) से पीड़ित हैं, लेकिन उन्होंने इसे अपनी कमजोरी नहीं, बल्कि अपनी ताकत बना लिया है। उनका मानना है कि यह स्थिति उन्हें अतिरिक्त ऊर्जा और फोकस प्रदान करती है, जिससे वे मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकते हैं। कल भारत और नूज़ीलैण्ड के बीच खेले गए मुकाबले में ग्लेन फिलिप्स (Glenn Phillip) ने विराट कोहली (Virat Kohli) का एक ऐसा चमत्कारिक कैच लपका जिसको देखकर कोहली भी हक्के बक्के रह गए।
Virat Kohli catch by Glenn Phillips : आपको बता दें कि विराट कोहली (Virat Kohli) ने ऑफ स्टंप के बाहर शॉर्ट बॉल पर एक शानदार तेज तर्रार स्क्वायर कट मारा। विराट को भी लगा कि बॉल बाउंड्री के बाहर चली जाएगी, लेकिन प्वाइंट पर मौजूद फिलिप्स ने दाईं तरफ डाइव लगाई और एक हाथ से शानदार कैच लपका।
ग्लेन फिलिप्स (Glenn Phillips) का कहना है कि उनका ADHD एक "स्विच" की तरह काम करता है, जो उन्हें जरूरी समय पर अधिक ऊर्जा देने में सक्षम बनाता है। वे इसे अपनी 'सुपरपावर' मानते हैं और क्रिकेट में अपनी क्षमताओं का पूरा लाभ उठाते हैं। उनका खेल तेज और आक्रामक रहता है, जिससे वे अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
तेज सोचने और निर्णय लेने की क्षमता – ADHD वाले लोगों में तत्काल निर्णय लेने की प्रवृत्ति होती है, जो क्रिकेट जैसे खेल में मददगार साबित होती है।
शारीरिक ऊर्जा और स्टैमिना – ADHD से प्रभावित लोग आमतौर पर अधिक ऊर्जावान होते हैं, जिससे फिलिप्स को अपने खेल में निरंतरता बनाए रखने में मदद मिलती है।
जोश और जुनून – फिलिप्स (Glenn Phillips) अपने हर मैच में जुनून और जोश के साथ खेलते हैं, जिससे वे दर्शकों का भी भरपूर मनोरंजन करते हैं।
फिलिप्स ADHD को अपनी कमजोरी नहीं मानते, बल्कि इसे अपने खेल में सुधार का एक जरिया बनाते हैं। वे ऑफ स्पिन गेंदबाजी भी कर सकते हैं और अपनी विकेटकीपिंग में भी विशेषता रखते हैं। उनकी अत्यधिक सक्रियता और ऊर्जा उन्हें क्रिकेट में अद्वितीय बनाती है।
ग्लेन फिलिप्स के अलावा, दुनिया के कई अन्य दिग्गज खिलाड़ी भी ADHD से पीड़ित रहे हैं और उन्होंने इसे अपनी ताकत में बदल दिया है। जैसे:
साइमन बाइल्स (जिम्नास्टिक्स) – उन्होंने ADHD को अपनी चुनौती और सुपरपावर दोनों के रूप में देखा।
माइकल फेल्प्स (तैराकी) – सबसे सफल ओलंपिक तैराक, जिन्होंने ADHD को अपनी प्रेरणा का स्रोत बनाया।
ADHD (अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर) एक न्यूरोडेवलपमेंटल (मस्तिष्क से जुड़ा) विकार है, जो मुख्य रूप से बच्चों में पाया जाता है, लेकिन यह वयस्कों में भी देखा जाता है। इस विकार से पीड़ित व्यक्ति को ध्यान केंद्रित करने, एक ही कार्य पर लंबे समय तक टिके रहने और आवेगों (इंपल्सिव बिहेवियर) को नियंत्रित करने में कठिनाई होती है।
ADHD के लक्षण तीन मुख्य प्रकारों में देखे जाते हैं:
असंयमित ध्यान (Inattentiveness)
अधिक सक्रियता (Hyperactivity)
आवेगशीलता (Impulsivity)
ग्लेन फिलिप्स की कहानी उन सभी के लिए प्रेरणादायक है, जो किसी न किसी मानसिक या शारीरिक चुनौती का सामना कर रहे हैं। उनका जीवन दर्शाता है कि यदि हम सही दिशा में मेहनत करें और अपनी विशेषताओं को समझकर उनका सही उपयोग करें, तो कोई भी बाधा हमें रोक नहीं सकती। ADHD केवल एक चुनौती नहीं, बल्कि एक अवसर भी हो सकता है, यदि इसे सही तरीके से अपनाया जाए।