Heart attack in youth : आज के समय में हार्ट अटैक की समस्या का बहुत ज्यादा बढ़ने लगी है। इसका अब तो असर आज के यूथ में देखने को मिल रहा है।
Heart attack in youth : दिल का दौरा, जिसे हार्ट अटैक कहा जाता है, एक गंभीर बीमारी है जो किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है। आजकल की व्यस्त जीवनशैली और अस्वास्थ्यकर खानपान के कारण कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इनमें से एक प्रमुख समस्या है हार्ट अटैक।
पहले यह धारणा थी कि हार्ट अटैक (heart attack) केवल वृद्ध लोगों को होता है, लेकिन अब यह युवा वर्ग को भी गंभीरता से प्रभावित कर रहा है। पिछले कुछ वर्षों में युवाओं में हार्ट अटैक के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। कई युवा खेलकूद या अन्य शारीरिक गतिविधियों के दौरान दिल का दौरा पड़ने से अपनी जान गंवा रहे हैं।
यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब कोरोनरी धमनियों में वसा और कोलेस्ट्रॉल का संचय होता है, जिसे प्लाक कहा जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, हृदय की मांसपेशियों में रक्त प्रवाह का अत्यधिक कम होना या अवरुद्ध होना हार्ट अटैक (heart attack) के जोखिम को बढ़ा देता है। प्लाक का निर्माण धमनियों को संकीर्ण कर सकता है, जिससे रक्त प्रवाह में कमी आती है। यदि रक्त प्रवाह पूरी तरह से रुक जाता है, तो इससे दिल का दौरा पड़ सकता है।
रोजाना कम से कम 30 मिनट की शारीरिक गतिविधि करना स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक है। अपने आहार में फलों, हरी सब्जियों और साबुत अनाज को अवश्य शामिल करें। धूम्रपान, शराब और सिगरेट के सेवन से बचें। योग, ध्यान या किसी अन्य शारीरिक गतिविधि के माध्यम से तनाव को कम किया जा सकता है। प्रतिदिन 7-8 घंटे की पर्याप्त नींद लेना भी महत्वपूर्ण है। नियमित रूप से उच्च रक्तचाप, मधुमेह और उच्च कोलेस्ट्रॉल जैसी स्वास्थ्य समस्याओं की जांच कराते रहें और उन्हें नियंत्रण में रखें।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।