Heart Attack : छाती में दर्द को दिल के दौरे का सबसे सामान्य लक्षण माना जाता है, शरीर के अन्य हिस्सों में होने वाली असुविधा भी इस खतरनाक स्थिति का संकेत हो सकती है। इन संकेतों को पहचानना समय पर इलाज के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, जिससे जीवन की रक्षा की जा सकती है।
दिल का दौरा (Heart Attack), जिसे चिकित्सकीय रूप से मायोकार्डियल इंफार्क्शन कहा जाता है, तब होता है जब हृदय तक खून की आपूर्ति बाधित हो जाती है। यह स्थिति गंभीर हो सकती है और समय पर इलाज न मिलने पर जानलेवा भी साबित हो सकती है।
सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट जयपुर डॉक्टर हेमंत चतुर्वेदी ने बताया कि दिल का दौरा (Heart Attack) एक ऐसी स्थिति है जिसे पहचानना और समय रहते इलाज करवाना बेहद जरूरी है। अगर आपको छाती में बांए तरफ दर्द भारीपन, बांए हाथ में दर्द, कंधे ,पीठ या जबड़े में दर्द का जाना, सांस फूलना, सांस में भारीपन, खाने के बाद अचानक छाती में दर्द भारीपन या पसीने में तरबतर हो जाना ये सब हार्ट अटैक (Heart Attack) के संकेत हो सकते हैं। यह लक्षण हृदय संबंधी समस्याओं के संकेत हो सकते हैं। हृदय का दौरा अचानक आता है, और यह जीवन के लिए खतरे का कारण बन सकता है।
अक्सर दिल के दौरे का संकेत छाती में दर्द से जुड़ा होता है, लेकिन शरीर के अन्य हिस्सों में होने वाला दर्द भी इस गंभीर स्थिति का संकेत दे सकता है।
आइए जानते हैं ऐसे पांच प्रकार के दर्द, जिन पर ध्यान देकर आप समय रहते खतरे को पहचान सकते हैं।
कैसा महसूस होता है?
छाती में दबाव, कसाव, या भारीपन का अनुभव होता है। यह दर्द कुछ मिनट तक रह सकता है या बीच-बीच में आता-जाता है।
संबंधित संकेत:
छाती का दर्द अक्सर सांस की तकलीफ, चक्कर आना, या थकावट के साथ आता है।
दर्द का प्रसार:
यह दर्द कंधों, बाहों, जबड़े, गर्दन, पीठ, या पेट तक फैल सकता है।
महत्वपूर्ण सलाह:
अगर छाती में दर्द सांस की तकलीफ या चक्कर आने के साथ हो, तो इसे नजरअंदाज न करें।
प्रभावित हिस्से:
बाहें, कंधे, गर्दन, जबड़ा, और पीठ में दर्द महसूस हो सकता है।
Heart Attack : कैसा दर्द होता है?
यह हल्का, सुस्त दर्द हो सकता है या तेज चुभने जैसा महसूस हो सकता है।
विशेष ध्यान दें:
यदि यह दर्द छाती के दर्द के साथ हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
लक्षण:
आराम की स्थिति में भी सांस फूलना या हल्की गतिविधि के दौरान सांस लेने में दिक्कत होना।
कारण:
दिल पर्याप्त मात्रा में खून पंप नहीं कर पाता, जिससे फेफड़ों का कार्य प्रभावित होता है।
ध्यान देने योग्य:
अगर बिना किसी स्पष्ट कारण के सांस लेने में परेशानी हो, तो इसे गंभीरता से लें।
लक्षण:
उल्टी आने का मन, पेट में भारीपन, या अपच जैसा महसूस होना।
कारण:
दिल के दौरे के दौरान शरीर तनावपूर्ण प्रतिक्रिया करता है।
गलतफहमी:
इसे अक्सर पेट की समस्याओं जैसे फूड पॉइजनिंग या गैस समझ लिया जाता है।
विशेष टिप:
यदि मतली के साथ छाती में दर्द या अन्य लक्षण हों, तो तुरंत चिकित्सकीय मदद लें।
लक्षण:
कमजोरी महसूस होना, चक्कर आना, या ऐसा लगना जैसे बेहोश हो जाएंगे।
कारण:
दिल से दिमाग तक पर्याप्त खून न पहुंचने के कारण रक्तचाप में गिरावट आती है।
महत्वपूर्ण संकेत:
चक्कर आने के साथ छाती में दर्द या सांस की तकलीफ हो, तो इसे अनदेखा न करें।
अन्य महत्वपूर्ण संकेत
ठंडा पसीना: बिना मेहनत किए अचानक पसीना आना।
सूजन: टखनों या पैरों में सूजन, जो दिल की समस्या का संकेत हो सकती है।
अनियमित दिल की धड़कन: दिल की धड़कनों का असामान्य होना।
कब लें मदद?
अगर आप इनमें से कोई भी लक्षण महसूस करें, विशेष रूप से छाती में दर्द, सांस लेने में परेशानी, या चक्कर, तो तुरंत आपातकालीन चिकित्सा सहायता प्राप्त करें।
दिल का दौरा अचानक आता है, लेकिन इसके संकेतों को पहचानकर समय पर कार्रवाई करना जान बचा सकता है।
याद रखें, लक्षणों को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। समय पर मदद लें और सतर्क रहें।