Apple : सेब खाना हमारे लिए फायदेमंद साबित होता है। सदियों से एक कहावत भी चली आ रही है एक सेब (Apple) रोज, डॉक्टर को रखे दूर। सेब में फाइबर, विटामिन-ए, विटामिन-सी कैल्शियम, आयरन और एंटीऑक्सीडेंट्स गुण पाए जाते हैं, जो शरीर को कई बीमारियों से बचाते हैं। संतुलित आहार और नियमित व्यायाम के साथ ही सेब का सेवन लाभकारी होता है।
Apple : सेब खाना हमारे लिए फायदेमंद साबित होता है। सदियों से एक कहावत भी चली आ रही है एक सेब (Apple) रोज, डॉक्टर को रखे दूर। सेब में फाइबर, विटामिन-ए, विटामिन-सी कैल्शियम, आयरन और एंटीऑक्सीडेंट्स गुण पाए जाते हैं, जो शरीर को कई बीमारियों से बचाते हैं। संतुलित आहार और नियमित व्यायाम के साथ ही सेब का सेवन लाभकारी होता है।
फाइबर का अच्छा स्रोत
सेब को फाइबर को एक अच्छा स्रोत माना जाता है। सेब (Apple) में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है जो पाचन को बेहतर बनाता है और कब्ज की समस्या को दूर करता है।
आंखों की रोशनी बढ़ाने में कारगर
सेब (apple) में एंटी-ऑक्सीडेंट, फाइबर, विटामिन-सी और विटामिन-बी पाया जाता है। इसके नियमित उपयोग से रात को कम दिखाई देने की परेशानी में लाभ होता है। यही नहीं, सेब आंखों की अन्य परेशानियां, जैसे— मोतियाबिंद, ग्लूकोमा आदि से भी बचाव करता है। सेब को पीसकर, पकाकर आँखों में बांधने से आँखों की बीमारियां दूर होती हैं।
खांसी में फायदा करता सेब
यदि हम खांसी में सेब के रस का सेवन करते हैं तो इससे हमें फायदा मिलता है। 1 गिलास सेब का रस निकाल लें और इसमें मिश्री मिलाकर सुबह के समय पिएं। इससे सूखी खांसी में लाभ होता है। इससे बेहोशी की समस्या में भी फायदा होता है। सूखी खांसी में भरपूर लाभ लेने के लिए रोजाना पके हुए मीठे सेब (apple) खाने चाहिए।
त्वचा में निखार लाता सेब
यदि हम प्रतिदिन एक सेब अपनी डाइट में शामिल करते हैं तो उससे हमारी त्वचा में निखार देखने को मिलता है। सेब में विटामिन सी होता है जो कोलेजन उत्पादन को बढ़ावा देता है और त्वचा को चमकदार बनाता है।
यादाश्त बढ़ाने में सेब का सेवन
सेब का मुरब्बा खाने से दिमाग तथा हृदय मज़बूत होता है। सेब दिमागी कोशिकाओं को स्वस्थ बनाने का काम करता है। विद्यार्थियों के लिए सेब स्मरण शक्ति और दिमागी शक्ति बढ़ाने का आसान स्रोत है।
कैंसर में उपयोगी
सेब में कैंसर रोधी गुण होता जो हमें कैंसर से बचाने में उपयोगी हो सकते हैं।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।