Heart Test Before Angiography: तेज लाइफ स्टाइल में दिल की बीमारी आम है और एंजियोग्राफी एक अहम जांच है। लेकिन इससे पहले कुछ जरूरी टेस्ट कराना ज़रूरी है, जो दिल की हालत और इलाज की दिशा तय करने में मदद करते हैं।
Heart Test Before Angiography : आजकल की तेज रफ्तार जिंदगी में दिल की बीमारी किसी को भी हो सकती है। जब बात दिल की सेहत की आती है तो एंजियोग्राफी एक ज़रूरी जाँच है, जिससे डॉक्टर दिल की नसों में सिकुड़न या रुकावट का पता लगाते हैं। पर क्या आप जानते हैं कि एंजियोग्राफी (Angiography) कराने से पहले कुछ खास टेस्ट करवाना बहुत जरूरी है? ये टेस्ट न सिर्फ आपके दिल की मौजूदा हालत बताते हैं, बल्कि एंजियोग्राफी के बाद के इलाज को भी बेहतर बनाते हैं।
कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर हेमंत चतुर्वेदी ने इस बारे में कुछ अहम बातें बताई हैं। आइए जानते हैं 5 ऐसे टेस्ट के बारे में, जो एंजियोग्राफी (Angiography) से पहले करवाना आपके लिए फायदेमंद होगा:
यह टेस्ट दिल की बनावट और उसके काम करने के तरीके को समझने में मदद करता है। इकोकार्डियोग्राम दिल के साइज, शेप और खून पंप करने की ताकत की पूरी जानकारी देता है। यह बताता है कि कहीं दिल में कोई बनावट संबंधी दिक्कत तो नहीं है। यह दिल की बीमारियों का पता लगाने का एक आसान और असरदार तरीका है।
स्ट्रेस टेस्ट बताता है कि आपके दिल में खून का बहाव कैसा है और कहीं कोई ब्लॉकेज तो नहीं है खासकर जब दिल पर थोड़ा दबाव पड़ता है। यह आमतौर पर ट्रेडमिल पर चलने या साइकिल चलाने के दौरान होता है जिससे पता चलता है कि आपका दिल तनाव में कैसे काम करता है। यह टेस्ट दिल की छोटी-मोटी परेशानियां भी पकड़ लेता है जो शायद सामान्य स्थिति में दिखें नहीं।
एंजियोग्राफी से पहले कुछ ब्लड टेस्ट करवाना बहुत जरूरी है। ये टेस्ट खून के जमने (ब्लड क्लॉटिंग), किडनी के काम करने और शरीर के दूसरे अंगों की सेहत के बारे में जानकारी देते हैं। इससे ये समझने में मदद मिलती है कि कहीं दिल की दिक्कत किसी और अंग की परेशानी से जुड़ी तो नहीं है। कुछ ब्लड टेस्ट कोलेस्ट्रॉल और शुगर लेवल भी बताते हैं, जो दिल की बीमारी का खतरा बढ़ा सकते हैं।
छाती का एक्स-रे सिर्फ छाती की मांसपेशियों को ही नहीं दिखाता, बल्कि फेफड़ों और हड्डियों से जुड़ी दिक्कतें भी पकड़ लेता है। यह टेस्ट फेफड़ों के इंफेक्शन या किसी और फेफड़े की बीमारी का पता लगाने में मदद कर सकता है जिससे यह अंदाजा लगता है कि क्या दिल की समस्या और फेफड़ों के बीच कोई जुड़ाव है।
इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ECG या EKG) एंजियोग्राफी से पहले किए जाने वाले सबसे आम और जरूरी टेस्ट में से एक है। यह दिल की इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी को रिकॉर्ड करता है और धड़कन की दर या ताल में किसी भी गड़बड़ी को बताता है। यह दिल के दौरे, अनियमित धड़कन (Arrhythmia) और दिल की अन्य समस्याओं का तुरंत पता लगाने का एक आसान टेस्ट है।
ये सभी टेस्ट एंजियोग्राफी को कामयाब बनाने और आपके इलाज को बेहतर बनाने में बहुत मदद करते हैं। ये सिर्फ तैयारी नहीं हैं, बल्कि ये आपके दिल की सेहत का पूरा हाल बताते हैं। याद रखें, जानकारी ही बचाव है। अपने डॉक्टर से पूछकर ये टेस्ट जरूर करवाएं ताकि आपका दिल हमेशा स्वस्थ रहे।
डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।