Weight Training for stress: जब आप वेट ट्रेनिंग करते हैं, तो आपका शरीर एंडोर्फिन (खुशी के हार्मोन) का उत्पादन करता है। यह हार्मोन मानसिक शांति और खुशहाली में योगदान करता है, जो डिप्रेशन के लक्षणों को कम करने में सहायक है।
Weight Training:डिप्रेशन एक मानसिक स्थिति है जिससे व्यक्ति को उदासी, निराशा और ऊर्जा की कमी का अनुभव होता है। शारीरिक-मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। ऐसे में व्यायाम, खासकर वेट ट्रेनिंग (वजन उठाने की ट्रेनिंग), डिप्रेशन को कम करने में प्रभावी हो सकती है। इससे चिंता और अवसाद के लक्षणों में सुधार होता है। यह बात स्टडी से भी पुष्ट हुई है।
जब आप वेट ट्रेनिंग करते हैं, तो आपका शरीर एंडोर्फिन (खुशी के हार्मोन) का उत्पादन करता है। यह हार्मोन मानसिक शांति और खुशहाली में योगदान करता है, जो डिप्रेशन के लक्षणों को कम करने में सहायक है।
वेट ट्रेनिंग की सही दिशा में की गई मेहनत से डिप्रेशन को नियंत्रित किया जा सकता है। एक अच्छा वर्कआउट प्रोग्राम डिप्रेशन की आशंका घटाता है।
मूड में सुधार होता है।
आत्मविश्वास में वृद्धि- जब आप मसल्स बनाते हैं और शारीरिक रूप से मजबूत होते हैं, तो इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ता है।
तनाव कम होता है
बेहतर नींद - बेहतर नींद डिप्रेशन के लक्षणों को कम करने में मदद करती है।
हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि डिप्रेशन का इलाज सिर्फ व्यायाम से नहीं हो सकता। मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें।
वार्म-अप - 5-10 मिनट हल्की कार्डियो (जैसे जॉगिंग या साइक्लिंग) से शुरुआत करें।
वेट ट्रेनिंग एक्सरसाइज -
स्क्वाट्स: 3 सेट, 12-15 दोहराएं
डेडलिफ्ट: 3 सेट, 10-12 दोहराएं
बेंच प्रेस: 3 सेट, 10-12 दोहराएं
बॉडी वेट पुल-अप्स या लेट पुल डाउन: 3 सेट, 8-10 दोहराएं
शोल्डर प्रेस: 3 सेट, 10-12 दोहराएं
बारबेल या डंबबेल रो: 3 सेट, 12 दोहराएं
बाइसेप्स कल्र्स: 3 सेट, 12 दोहराएं
ट्राइसेप्स डिप्स: 3 सेट, 12 दोहराएं
पार्क बेंच स्टेपअप और तेज स्प्रिंट्स भी शामिल करें।
सनबाथिंग करें वीकली कोई स्पोट्र्स खेलें।
यह वर्कआउट प्रोग्राम सप्ताह में 3 से 4 दिन किया जा सकता है। यह शरीर के हर हिस्से को मजबूत करेगा। मानसिक शांति भी प्रदान करेगा। डिप्रेशन एवं चिंता दूर करने में मदद मिलेगी।
-अजय सिंह, सेलिब्रिटी फिटनेस ट्रेनर
डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।