राशिफल

Rahu ketu Gochar: 18 महीने तक कुंभ से राहु और सिंह से केतु मचाएंगे उथलपुथल, जानें किसे देंगे वरदान, किसकी बढ़ाएंगे मुसीबत

Ketu Rashi Parivartan: 18 महीने में राशि परिवर्तन करने वाले छाया ग्रह राहु, केतु गोचर (Rahu ketu Gochar) कर चुके हैं। दोनों ग्रहों का राशि परिवर्तन भारी उथल पुथल मचाने वाला माना जाता है। आइये जानते हैं इसका सभी राशियों पर क्या असर पड़ेगा।

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May 19, 2025
Rahu ketu Gochar: राहु केतु गोचर 2025 का सभी राशियों पर प्रभाव

Rahu Gochar in Kumbh: राहु और केतु दोनों ग्रह ने ही रविवार शाम राशि परिवर्तन कर लिया था। शाम 07:20 बजे राहु मीन राशि से कुंभ राशि में, इसी समय केतु ने कन्या राशि से सिंह राशि में प्रवेश किया है। राहु ने कुंभ में तो केतु ने सिंह राशि में 18 साल बाद प्रवेश किया है। शनिदेव के बाद राहु-केतु सबसे ज्यादा दिनों तक किसी एक राशि में विराजमान रहते हैं।

अभी तक यह मीन राशि में और केतु कन्या राशि में स्थित थे। शनि जहां ढाई साल के बाद राशि परिवर्तन करते हैं वहीं राहु-केतु 18 महीनों के बाद उल्टी चाल से चलते हुए राशि बदलते हैं। बहरहाल अब राहु केतु 18 महीने तक इन्हीं राशियों में भ्रमण करेंगे।


इन तेल मसालों के दाम में आएगी तेजी

ज्योतिषाचार्य डॉ.हुकुमचंद जैन ने बताया कि कुंभ राशि के स्वामी शनि हैं और सिंह राशि के स्वामी सूर्य हैं। इस गोचर का सबसे ज्यादा प्रभाव पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत में देखने को मिल सकता है। अगले दो महीनों में भारत की राजनीति, विदेश नीति और युद्ध नीति में बदलाव की संभावना है। तेल, तिलहन, काली मिर्च, किराने के सामान में तेजी आएगी। चांदी एक लाख से ऊपर ही बनी रहेगी। ये दोनों छाया ग्रह इन राशियों कुंभ और सिंह में अगले डेढ़ साल तक रहेंगे। इसका सभी 12 राशियों पर व्यापक और गहरा असर होगा।

दोनों ग्रहों के असली नाम और महत्व

राहु का वास्तविक नाम स्वर्भानु था, जबकि केतु को कभी-कभी धूम के नाम से भी जाना जाता है। ये दोनों ग्रह पूरी तरह से आध्यात्मिक और रहस्यमय शक्तियों के प्रतीक हैं। जहां राहु माया, भौतिक सुख, छल और भ्रम का प्रतिनिधित्व करता है, वहीं केतु मोक्ष, वैराग्य और आध्यात्मिक ज्ञान का प्रतीक माना जाता है।

आइये जानते हैं राहु केतु गोचर का राशियों पर प्रभाव (Rahu Ketu Gochar Effect)


मेष : जीवन में धन लाभ, मान सम्मान के अवसर आ सकते हैं।
वृष : परिवार में वृद्धि, धन वृद्धि परंतु मां को रोग पीड़ा अशांति देगा। जीवनसाथी और दोस्तों से विशेष सहयोग मिलेगा।

मिथुन : धार्मिक कार्यों के प्रति रुचि कुछ कम हो सकती है। जीवनसाथी और संतान का लाभ मिलेगा। छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिलेगी।

कर्क : शत्रुओं पर विजय गुप्त व साहसी कार्य पूर्ण होंगे। स्वास्थ्य संबंधी कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। व्यावसायिक दृष्टि से थोड़ा संभलकर काम करना होगा।

सिंह : नए आर्थिक लाभ उन्नति, नौकरी में पदोन्नति, जीवनसाथी के साथ रिश्ते बहुत अच्छे नहीं रहेंगे। व्यवसाय में कभी-कभी देरी रुकावटें।

कन्या : मित्रों से मतभेद स्थान हानि, स्थान परिवर्तन, व्यर्थ के खर्चों पर भी नियंत्रण रखने की जरूरत है। इस दौरान किसी भी काम को टालने से बचना चाहिए।

तुला : संतान की उन्नति, धन ला, रुके कार्य गुरु पूर्ण कराएंगे। कारोबार में अचानक लाभ होगा।

वृश्चिक: स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा। पारिवारिक सुख में कमी महसूस हो सकती है। विरोधी पक्ष से सावधान रहना होगा।

धनु : विवाह, पत्नी सुख के लिए उत्तम वर्ष है। कार्य व्यापार से आर्थिक लाभ, उन्नति। जीवन में लाभ और सफलता मिलेगी। परिवार के लोगों से, खासकर संतान से सहयोग मिलेगा। नौकरी के क्षेत्र में तरक्की होगी।

मकर: पुत्र से मतभेद, पैसों के मामले में थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है। परिवार के मामले में भी किसी तीसरे व्यक्ति से कोई राय न लें, तो बेहतर रहेगा।

कुंभ : तर्क शक्ति सूझबूझ बढ़ेगी, कार्यों में सफलता धन का सही उपयोग होगा। अपने कार्यों की पूर्णता के लिए थोड़ी ज्यादा मेहनत और लगन की जरूरत है। इस दौरान अपने कार्य ईमानदारी के साथ पूरे करने चाहिए।

मीन: परिवार मित्रों से अशांति, स्थान परिवर्तन भी हो सकता है। कभी धन हानि, कभी अचानक खर्चे बढ़ सकते हैं। सेहत के मामले में आंखों और गले का खास ध्यान रखना चाहिए। महत्वपूर्ण काम करते समय सावधानी बरतने की जरूरत है।

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