विद्या बालन ने गुरुवार को इंदौर में फिक्की लो की ओर से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस(Womens Day) के उपलक्ष्य में हुए कार्यक्रम में शिरकत की। कहा, किसी की सोच बदलने की जिमेदारी हमारी नहीं है। अपनी लाइफ को स्वयं के अनुसार जीना आना चाहिए।
Vidya Balan : कॅरियर की शुरुआत से अब तक मैंने खुद में कभी भी ज्यादा बदलाव नहीं किए हैं। मैं जैसी हूं, वैसी ही रहूंगी। फिल्म अभिनेत्री विद्या बालन ने फिक्की लो में महिलाओं से रूबरू होते हुए यह बात कही। विद्या बालन ने गुरुवार को इंदौर में फिक्की लो की ओर से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस(Womens Day) के उपलक्ष्य में हुए कार्यक्रम में शिरकत की। कहा, किसी की सोच बदलने की जिमेदारी हमारी नहीं है। अपनी लाइफ को स्वयं के अनुसार जीना आना चाहिए। जब तक महिलाओं को देखने और समझने की सोच नहीं बदलेगी, तब तक महिलाओं का शोषण होता रहेगा। अब हर किसी की सोच को हम बदल दें, यह जरूरी भी नहीं है। इसलिए हम वही करें, जो हम करना चाहते हैं। मन की इच्छा दबाने की बजाय उसे निखारने की तरफ ध्यान दें।
Q. इंडस्ट्री में जब शुरुआती कुछ वर्षों में फिल्में नहीं मिली तो आपने क्या किया?
A.स्ट्रगल सभी की लाइफ(Lifestyle) में होता है। किसी का स्ट्रगल कुछ समय का होता है तो किसी को लंबे समय तक इंतजार करना पड़ता है। मेरे साथ भी यही हुआ मुझे लगभग 10 वर्षों तक सही शुरुआत का रास्ता देखना पड़ा।
Q. कितना मुश्किल होता है, फिल्मों के दौरान सभी को संतुष्ट करना?
A. कॅरियर की शुरुआत में मुझ पर भी दबाव था कि मैं सभी को खुश रखने की कोशिश कर सकूं। यह संभव नहीं है, क्योंकि हर किसी को खुश नहीं रख सकते हैं। खुद को खुश रखो तो सब ठीक होगा।
Q. सेहतमंद रहने का कोई खास तरीका या फॉर्मूला?
A. नहीं। मैं मोटी हूं, तो मुझे उससे कोई फर्क नहीं पड़ता। फिट रहने के लिए मुझे क्या करना चाहिए, इसकी सलाह मुझे किसी से लेने की जरूरत नहीं है। मैं अपनी सेहत से संतुष्ट हूं। मैं खुद को ऐसी ही अच्छी लगती हूं।
Q. महिलाओं को कॉमेडी फिल्में कम मिलने की कोई खास वजह?
A. महिलाओं को भले ही फिल्मों में कॉमेडी का मौका नहीं मिल रहा है, लेकिन उन्हें विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इसके लिए मिल रहे हैं, जहां वे कॉमेडी कर सकती हैं।