youth lynched over theft suspicion: इंदौर में चोरी के शक में सिक्योरिटी गार्ड्स ने युवक को डंडे और पाइप से पीट-पीटकर मार डाला। परिजनों ने थाने में शव रखकर हंगामा किया और पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए। (mp news)
mp news: मध्य प्रदेश के इंदौर में हैवानियत की खबर सामने आई है। यहां मूसाखेड़ी के पास चोरी की आशंका में युवक को पकड़कर सिक्युरिटी गार्ड्स ने डंडे व पाइप से बेरहमी से पीटा और उसकी चमड़ी उधेड़ कर रख दी। पिटाई से शरीर हरा-नीला पड़ गया। इसके बाद हमलावर घायल युवक को ऑफिसर्स बिल्डिंग के समीप फेंक गए, जहां कई घंटे वह दर्द से तड़पता रहा। (youth lynched over theft suspicion)
यहां से कई पुलिसकर्मी, अधिकारी निकले लेकिन किसी का दिल नहीं पसीजा। कोई मदद को नहीं आया। अस्पताल में युवक ने दम तोड़ दिया। आक्रोशित परिजन हमलावरों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए शव लेकर आजाद नगर थाने पहुंचे। वहां दोपहर से रात तक प्रदर्शन करते रहे। इसके बाद पुलिस ने पांच आरोपियों पर हत्या की धारा में केस दर्ज किया तब परिजन वहां से शव लेकर रवाना हुए।
जोन- 1 डीसीपी विनोद कुमार मीना ने बताया कि मंगलवार सुबह मूसाखेड़ी पेट्रोल पंप के पास उमेंद्र बघेल (32) निवासी शिव नगर, मूसाखेड़ी गंभीर हालत में मिला था। बुधवार को पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराया, वहीं हत्या के संदेह में जांच शुरु की। पता चला कि, मूसाखेड़ी ब्रिज के पास रखे कंस्ट्रक्शन कंपनी के मटेरियल व अन्य सामान के पास सुबह उर्मेंद्र पहुंचा था। चोरी की आशंका में कंपनी के गाईस व कर्मचारियों ने उसे डंडे और पाइप से पीटा और ग्रीन बेल्ट के पास पटककर चले गए।
ग्रीन बेल्ट में घायल उर्मेंद्र घंटों दर्द से कराहता रहा। रोड से गुजरने वाले अधिकतर पुलिसकर्मी और अधिकारियों ने उसे देखा भी होगा। परिजन ने बताया कि उर्मेंद्र की 40 हड्डियां मारपीट से टूट गईं।
परिजन ने बताया कि मंगलवार दोपहर 1 बजे पोस्टमॉर्टम के बाद शव लेकर आजाद नगर थाने पहुंचे। वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है, इसमें करीब 7-8 आरोपी हैं। पुलिस कंपनी ठेकेदार संतोष तोमर, सुभाष दास को बचा रही है।
परिजन को दोपहर को थाने पर उचित जवाब नहीं मिला तो शव एंबुलेंस में रख पुलिस कमिश्नर कार्यालय जाने लगे। इतने में थाना पुलिस ने एंबुलेंस रोक शव कब्जे में ले लिया। शाम तक परिजन थाने में रहे। आरोप है परिवार की महिलाओं, पुरुषों को पुलिसकर्मियों ने भगा दिया।
उर्मेंद्र के परिजन ने शाम को एडि. डीसीपी आलोक कुमार शर्मा से बात की। उन्होंने बताया कि आरोपी रामअवतार, बहादुर, साहिल, सुजीत, राहुल के खिलाफ हत्या की धारा में केस दर्ज किया है। ये गार्ड व कंपनी कर्मचारी हैं। परिजन थाने में शव रख मांग कर रहे थे कि आरोपियों पर कार्रवाई हो। उन्होंने कंपनी से क्षतिपूर्ति राशि की मांग की। केस दर्ज होने के बाद परिवार शव लेकर रवाना हो गया। (youth lynched over theft suspicion)